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इलाहाबाद विवि प्रोफेसर की रिपोर्ट नेगेटिव आने पर भी यूनिवर्सिटी प्रशासन करेगा कार्रवाई, जानें वजह

इलाहाबाद विश्वविद्यालय के प्रोफेसर की कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव आई है. इसके बाद भी विश्विद्यालय प्रशासन ने प्रोफेसर को नोटिस जारी करने की बात कही हैं. साथ ही उनके खिलाफ कार्रवाई की बात भी कही जा रही है. पूरा मामाला क्या है और क्यों कर रहा है विश्वविद्यालय प्रशासन कार्रवाई ? जाननें के लिए पढ़ें पूरी खबर.

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इलाहाबाद विवि, फाइल फोटो.
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Published : Apr 11, 2020, 5:15 PM IST

प्रयागराज: इंडोनेशियाई तबलीगी जमातियों को पनाह देने वाले इलाहाबाद विश्वविद्यालय के प्रोफेसर मोहम्मद शाहिद की कोरोना जांच रिपोर्ट नेगेटिव आई है. रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद जिला और विश्विद्यालय प्रशासन ने राहत की सांस ली है, लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन राजनीति विज्ञान के प्रोफेसर मोहम्मद शाहिद के ऊपर बड़ी कार्रवाई करने की तैयारी में है. क्वारंटाइन से आने के बाद विश्विद्यालय प्रशासन प्रोफेसर के खिलाफ नोटिस जारी करेगा. इसके बाद पूछताछ करने के बाद कार्रवाई करेगा.

शिवकुटी थाना क्षेत्र में रहने वाले इलाहाबाद विश्वविद्यालय के प्रोफेसर मो. शाहिद 10 मार्च तक दिल्ली स्थित निजामुद्दीन मरकज के तबलीगी जमात में शामिल हुए थे. इसके बाद वहां से लौटने बाद प्रोफेसर ने इलाहाबाद विश्वविद्यालय में चल रहे वार्षिक परीक्षा में शामिल हुए. जानकारी मिलने पर जब पुलिस ने उनसे पूछताछ किया तो उन्होंने तबलीगी जमात में शामिल न होने की बात कही. ऐसे में पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की टीम ने उन्हें और उनके परिवार समेत संपर्क में आए सभी लोगों को 14 दिन के लिए क्वारंटाइन कर रखा था.

सबूत मिलने पर प्रोफेसर बोले सच
पुलिस प्रशासन को जब बुधवार को प्रोफेसर के खिलाफ तबलीगी जामत में शामिल होने का दस्तावेज मिला तो दोबारा पूछताछ करने पर जमात में शामिल होने की बात कबूल की. इसी के आधार पर पुलिस ने प्रोफेसर के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कर उनको 14 दिन के लिए क्वारंटाइन कर दिया है.

विश्वविद्यालय प्रशासन करेगा विधिक कार्रवाई
इलाहाबाद विश्वविद्यालय के जनसंपर्क अधिकारी डॉ. शैलेन्द्र मिश्रा ने जानकारी देते हुए बताया कि तबलीगी जमात में शामिल होने की जानकारी न देने को लेकर जिला प्रशासन के साथ इलाहाबाद विश्वविद्यालय प्रशासन भी प्रोफेसर के ऊपर कार्रवाई करेगा. क्वारंटाइन के बाद घर पहुंचने पर विश्वविद्यालय प्रशासन नोटिस जारी करते हुए विधिक कार्रवाई करेगा.

प्रयागराज: इंडोनेशियाई तबलीगी जमातियों को पनाह देने वाले इलाहाबाद विश्वविद्यालय के प्रोफेसर मोहम्मद शाहिद की कोरोना जांच रिपोर्ट नेगेटिव आई है. रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद जिला और विश्विद्यालय प्रशासन ने राहत की सांस ली है, लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन राजनीति विज्ञान के प्रोफेसर मोहम्मद शाहिद के ऊपर बड़ी कार्रवाई करने की तैयारी में है. क्वारंटाइन से आने के बाद विश्विद्यालय प्रशासन प्रोफेसर के खिलाफ नोटिस जारी करेगा. इसके बाद पूछताछ करने के बाद कार्रवाई करेगा.

शिवकुटी थाना क्षेत्र में रहने वाले इलाहाबाद विश्वविद्यालय के प्रोफेसर मो. शाहिद 10 मार्च तक दिल्ली स्थित निजामुद्दीन मरकज के तबलीगी जमात में शामिल हुए थे. इसके बाद वहां से लौटने बाद प्रोफेसर ने इलाहाबाद विश्वविद्यालय में चल रहे वार्षिक परीक्षा में शामिल हुए. जानकारी मिलने पर जब पुलिस ने उनसे पूछताछ किया तो उन्होंने तबलीगी जमात में शामिल न होने की बात कही. ऐसे में पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की टीम ने उन्हें और उनके परिवार समेत संपर्क में आए सभी लोगों को 14 दिन के लिए क्वारंटाइन कर रखा था.

सबूत मिलने पर प्रोफेसर बोले सच
पुलिस प्रशासन को जब बुधवार को प्रोफेसर के खिलाफ तबलीगी जामत में शामिल होने का दस्तावेज मिला तो दोबारा पूछताछ करने पर जमात में शामिल होने की बात कबूल की. इसी के आधार पर पुलिस ने प्रोफेसर के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कर उनको 14 दिन के लिए क्वारंटाइन कर दिया है.

विश्वविद्यालय प्रशासन करेगा विधिक कार्रवाई
इलाहाबाद विश्वविद्यालय के जनसंपर्क अधिकारी डॉ. शैलेन्द्र मिश्रा ने जानकारी देते हुए बताया कि तबलीगी जमात में शामिल होने की जानकारी न देने को लेकर जिला प्रशासन के साथ इलाहाबाद विश्वविद्यालय प्रशासन भी प्रोफेसर के ऊपर कार्रवाई करेगा. क्वारंटाइन के बाद घर पहुंचने पर विश्वविद्यालय प्रशासन नोटिस जारी करते हुए विधिक कार्रवाई करेगा.

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