प्रतापगढ़ः रविवार सुबह अमिताभ बच्चन, अभिषेक बच्चन और उनके परिवारीजनों के कोरोना पॉजिटिव होने की खबर मिलने के बाद से उनके पैतृक गांव के लोग परेशान हो गए. रानीगंज के बाबूपट्टी में हरिबंश राय बच्चन का पैतृक घर है. जब कभी भी बिग बी के परिवार पर दुःख का साया पड़ता है तो पूरा गांव दुखी होता है. उनके खुशी के पल में लोग मिठाइयां बांटते हैं. गांव के मनोज श्रीवास्तव, अमितेन्द्र श्रीवास्तव, अमिताभ श्रीवास्तव समेत गांव की महिलाओं ने ईश्वर से अभिताभ के जल्द ठीक होने की कामना की.
कल से बाबूपट्टी में चल रही पूजा
रविवार को ही गांव के पूर्व प्रधान पंकज शुक्ला ने अमिताभ के परिवार के लिए हवन-पूजन और अनुष्ठान का आयोजन किया. दिन भर हवन-पूजन चलता रहा. वहीं सोमवार को भी लोग सुबह से ही पूजा-पाठ में जुट गए. पूर्व प्रधान पंकज शुक्ला ने बताया कि बिग बी का यह पैतृक गांव है, इसे अमिताभ बच्चन ने भी स्वीकार किया है. उनकी पत्नी जया बच्चन एक बार यहां आई थीं. उन्होंने पूरे परिवार के साथ आने का वादा किया था, लेकिन फिर नही आईं.
गांव के लोग अमिताभ से रखते हैं लगाव
पंकज ने बताया कि उस दौरान जया बच्चन ने हरिवंश राय बच्चन पुस्तकालय के उद्घाटन में शिरकत की थी. गांव के ही अमितेन्द्र श्रीवास्तव कहते हैं कि अमिताभ बच्चन भले गांव नहीं आये हैं, मगर गांव के लोग उनसे बहुत लगाव रखते हैं. बिग बी से जिले और गांव का नाम विश्व पटल पर है. वह और उनका परिवार जल्द ठीक हो यही कामना है.
जया बच्चन ने पुस्तकालय का किया था लोकार्पण
बता दें कि मधुशाला, मधुबाला, मधुकलश और निशानिमंत्रण के रचयिता डॉ. हरिवंश राय बच्चन का पैतृक घर उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले में रानीगंज तहसील क्षेत्र के बाबूपट्टी गांव में है. उनके गांव में सपा शासनकाल में तत्कालीन सांसद सीएन सिंह के प्रयास से 17 फरवरी 2004 को पर्यटन मंत्री रहे रामप्यारे सिंह ने डॉ. हरिवंश राय बच्चन के नाम से पुस्तकालय का शिलान्यास किया था. इसके निर्माण में 22 लाख की लागत आई थी. पुस्तकालय भवन बनने के बाद इसका लोकार्पण पांच मार्च 2006 को किया गया, जिसमें जया बच्चन शामिल हुई थीं.