प्रतापगढ़: शहर में 8 मई को प्रापर्टी डीलरों के बीच हुए विवाद के दौरान हुई युवक की हत्या में दो नामजद आरोपी गुरुवार को प्रयागराज के एक प्राइवेट अस्पताल से फरार हो गए. गोलीबारी में घायल होने के बाद इन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था. घटना की जानकारी होने के बाद एसपी ने उनकी निगरानी में लगे दो दरोगा समेत चार पुलिस कर्मियों को सस्पेंड कर दिया. इनके खिलाफ जांच बैठा दी गई है.
नगर कोतवाली के चांदमारी मारुत नगर में जमीन की प्लाटिंग के रुपये को लेकर बराछा निवासी राम पांडेय और ओझा का पुरवा निवासी सर्वेश तिवारी के बीच आठ मई को विवाद हो गया था. दोनों ओर से जमकर फायरिंग हुई थी. इस दौरान गोली लगने से राम पांडेय की मौत हो गई थी. जबकि उसका भाई लक्ष्मण घायल हो गया था. वहीं दूसरे पक्ष से सर्वेश तिवारी और आनंद तिवारी को भी गोली लग गई थी. पुलिस की निगरानी में प्रयागराज के आनन्द हॉस्पिटल में आनंद और सर्वेश का इलाज चल रहा था. गुरुवार को दोनों अस्पताल से फरार हो गए. उनकी निगरानी में लगे पुलिस कर्मियों को इसकी भनक तक नहीं लगी. मामले की जानकारी होने पर पुलिस के होश उड़ गए, उनकी खोजबीन की गई, लेकिन कुछ पता नहीं चला.
जिसके बाद एसपी अनुराग आर्या ने लापरवाही सामने आने पर हत्यारोपियों की निगरानी में लगे उपनिरीक्षक कमलेश मिश्र और धीरेंद्र ठाकुर के साथ आरक्षी रामाराव व प्रेम संकर पांडेय को सस्पेंड कर दिया. इनके खिलाफ जांच बैठा दी गई है. आरोपियों की तलाश की जा रही है.
मामले को लेकर बीती रात पुलिस का एक बयान सोशल मीडिया पर सामने आया है. जिसमें कहा गया है कि दोनों आरोपियों को परिजन अस्पताल से रेफर कराकर घर ले आए हैं. उसके कुछ देर बाद यह बताया गया कि हालात ठीक न होने के चलते उन्हें दिल्ली रेफर कर दिया गया है. सर्वेश की रीढ़ की हड्डी में गोली लगी है, इसके चलते उसे रेफर किया गया है. हालांकि अभी तक इस मामले में पुलिस किसी भी निष्कर्ष पर नहीं पहुंच पाई है.