प्रतापगढ़ः जिले में अवैध शराब के बाद अब नकली डीजल और पेट्रोल का धंधा धड़ल्ले से चल रहा है. एसटीएफ ने प्रतापगढ़ में छापेमारी कर नकली पेट्रोल और डीजल बेचने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है. मामला नगर कोतवाली के गोपालपुर स्थित तिलका पेट्रोल पंप का है. जहां पर भोर में टैंकर से नकली डीजल और पेट्रोल का खेप उतरते समय एसटीएफ ने छापेमारी कर दी. इस दौरान एसटीएफ की टीम ने नौ हजार लीटर नकली पेट्रोल, डीजल के साथ टैंकर बरामद किया है.
एसटीएफ की पेट्रोल पंप में छापेमारी से पेट्रोल पंप मालिकों में खलबली मच गई. पुलिस ने पेट्रोल पंप के चार कर्मचारियों को गिरफ्तार कर लिया है. उनके पास से 81 हजार रुपये की नगदी, चार मोबाइल फोन भी जब्त कर लिया है. वहीं एसटीएफ और पूर्ति विभाग की टीम ने पेट्रोल पंप को सील कर दिया है. जबकि एसटीएफ को चकमा देकर पेट्रोल पंप मालिक और मैनेजर फरार हो गये हैं. एसटीएफ की पूछताछ में ये भी पता लगा है कि नकली डीजल पेट्रोल बेचने वाले पेट्रोल पंप का लाइसेंस कंपनी ने सालों पहले ही निरस्त कर दिया था. लेकिन पूर्ति विभाग और तेल माफिया की मिलीभगत से ये पेट्रोल शहर के बीच में संचालित किया जाता रहा. वहीं एसटीएफ ने अवैध कारोबार का भंडाफोड़ किया, तो जिला प्रशासन की भी मिलीभगत की पोल खुल गई.
वहीं बताया जा रहा है कि मनोज सिंह, घनश्याम सिंह द्वारा पेट्रोल पंप का संचालन और सालों से नकली तेल बेचा जा रहा था. एसटीएफ ने सभी के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर सरगना की गिरफ्तारी का प्रयास तेज कर दिया है. आपको बताते चले कि एक महीने पहले भी प्रतापगढ़ के फतनपुर इलाके में एक टैंकर नकली पेट्रोल बरामद किया था. वहां भी एसटीएफ ने बड़ी कार्रवाई की थी. लेकिन उसके बाद भी जिला प्रशासन ने कोई सबक नहीं लिया.
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प्रतापगढ़ के कई पेट्रोल पंपों पर ग्राहकों से पेट्रोल का पैसा लेकर उनको नकली पेट्रोल दिया जा रहा है. जिससे उनकी गाड़ी नकली तेल के चलते खराब हो रही है. रवि सिंह, रोहित सिंह, चंद्र प्रताप सिंह, जब की टैंकर चालक श्याम सिंह की एसटीएफ ने गिरफ्तारी की है. ये केमिकल एम कैंप प्राइवेट कंपनी से रायबरेली जिले से प्रतापगढ़ लाया जाता था. इसको पेट्रोल और डीजल के रूप में पेट्रोल पंपों की आड़ में बेचा जाता है.