प्रतापगढ़: जनपद में समाजवादी पार्टी के विधायक आरके वर्मा ने जमकर भारतीय जनता पार्टी पर तीखा प्रहार किया है. कहा कि उत्तर प्रदेश में जीएसटी की छापेमारी व्यापारियों की घर-घर होने लगी. व्यापारियों में खासी नाराजगी दिखी गई है. भारतीय जनता पार्टी के नेता इस बात को स्वीकार करने लगे. कानाफूसी करने लगी और या जैसे ही सरकार को लगा गड़बड़ा जाएगा. वैसे ही चुनाव से बैकफुट जाने की पूरी तैयारी कर ली.
उन्होंने कहा कि कोर्ट में अपनी अच्छी पैरवी नहीं करी. इसी वजह से उनको चुनाव टालना था. अन्यथा कोर्ट में वह अपनी अच्छी पैरवी सरकार कर सकती थी. अभी जो सरकार ने कमीशन गठित करने का कार्य किया यह काम पहले भी कर सकती थी. जब प्रक्रिया है तो भारतीय जनता पार्टी संविधान पर भरोसा नहीं करती नियमावली पर भी विश्वास नहीं करती है. इसलिए भारतीय जनता पार्टी ने नियमों को ताक पर रखकर संविधानिक प्रक्रिया को ताक पर रखकर चुनाव की घोषणा करने का काम किया है. उनको चाहिए था कि सबसे पहले कमीशन बनाते कमीशन आकर काम करता रिपोर्ट अपना शासन को प्रेषित करता शासन के रिपोर्ट के बाद सरकार कैबिनेट कराती उसके बाद आरक्षण कराने की घोषणा करती. लेकिन सरकार ने ऐसा नहीं किया, क्योंकि सरकार को संविधान पर विश्वास नहीं है.
रानीगंज विधायिका के वर्मा ने सीधा सीधा बीजेपी के ऊपर हमलावर होते हुए कहा कि लोकसभा चुनाव को लेकर जितनी भी पार्टियां हैं. जिनका भारत के संविधान पर विश्वास है. जिनका भारत के लोकतंत्र पर विश्वास है, जो देश की खुशहाली पर विश्वास करेंगे. ऐसे सभी लोग भारतीय जनता पार्टी को रोकने के लिए एक साथ मंच पर इकट्ठे होने वाले हैं. आपको थोड़े समय के भीतर यह संदेश मिल जाएगा.
आरके वर्मा ने ओम प्रकाश राजभर को भी जमकर निशाना साधा. ओमप्रकाश राजभर के सवाल पर सपा विधायक आरके वर्मा ने दिया. जवाब भारतीय जनता पार्टी ने अपनी दूसरी एजेंसियों को इस तरह से इस्तेमाल किया है. चाहे सीबीआई की एजेंसी हो चाहे ईडी की एजेंसी हो ठीक उसी तरह से भारतीय जनता पार्टी ने कुछ और एजेंसी कुछ ऐसे नेताओं को तैयार किया है. टारगेट करके सब कुछ उनको दे दिया जाता है.