प्रतापगढ़: उत्तर भारत में मानसून सक्रिय है. पिछले कई दिनों से प्रदेश के कई जिलों में मूसलाधार बारिश हो रही है. बरसात से जहां किसानों को सिंचाई और उमस भरी गर्मी से राहत मिली थी, वहीं अब जलजमाव के कारण सड़कों की सूरत बिगड़ गई है. ऐसा ही हालत है कुछ प्रतापगढ के कटरा गुलाब सिंह से जेठवारा, जिला मुख्यालय, कटरा मेदनीगंज और मांधाता की सड़कों का, ये प्रमुख सड़के मौजूदा समय में गड्ढों में तब्दील हो गई हैं, जिससे स्थानीय लोगों और राहगीरों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
स्थानीय विधायक नहीं दे रहे सड़कों की बदहाल स्थिति पर ध्यान
सड़कों की खस्ता हालत से जिले के कटरा गुलाब सिंह, मांधाता ब्लॉक के अंतर्गत आने वाले 40 से 50 गांव प्रभावित हैं. इन्हीं सड़कों से किसान और ग्रामीण सब्जी मंडी और बाजार पहुंचते थे. किसान आसपास की मंडियों में अपनी सब्जियां और फसलों को बेचने पहुंचते थे, लेकिन अब टूटी सड़कों से आना-जाना परेशानी का सबब है. हालांकि स्थानीय लोगों, किसानों और व्यापारियों ने क्षेत्रीय विधायक से समस्या के समाधान के लिए शिकायती पत्र दिया था, लेकिन विधायक कटरा गुलाब सिंह ने स्थानीय लोगों की समस्या का समाधान करना उचित नहीं समझा. हालांकि विधायक का निवास स्थान इसी क्षेत्र में स्थित है.
इतना ही नहीं जिले के सांसद संगम लाल गुप्ता भी मूल निवासी हैं, लेकिन सड़कों के निर्माण को लेकर उदासीन हैं. वहीं लोग गड्ढा युक्त जर्जर सड़कों से होकर गुजरने को मजबूर हैं, जबकि कई बार दुर्घटनाएं हुई हैं. फिर भी स्थानीय जनप्रतिनिधि सड़कों के संबंध में लचर रवैया अपना रहे हैं. स्थानीय लोगों का आरोप है कि जनप्रतिनिधि इन सड़कों की देखभाल करने में अक्षम है. सभी अपने व्यक्तिगत लाभ में व्यस्त हैं.
कटरा गुलाब सिंह बाजार से होकर जाने वाली सड़क पोस्ट ऑफिस के सामने पूरी तरह तालाब में बदल गई है. यही एक रास्ता है, जोकि पौराणिक धार्मिक स्थल बाबा भय हरणनाथ धाम को जाता है. वहीं लोक निर्माण विभाग के लोग भी इस तरफ कोई ध्यान नहीं दे रहे. सड़कों की दुर्दशा को देखकर क्षेत्र के लोगों में भारी रोष व्याप्त है. ऐसे में प्रदेश की योगी सरकार का गड्ढा मुक्त सड़कों वाला दावा फेल नजर आ रहा है.