प्रतापगढ़ः कोरोना वायरस को लेकर सरकार लोगों को जागरूक करने के लिए हर संभव कदम उठा रही है. वहीं जिले में परिवहन विभाग इस संक्रामक बीमारी को लेकर उदासीन है. ईटीवी भारत के रियलिटी चेक में सामने आया कि परिवहन विभाग महज दो बैनर लगा कर अपनी जिम्मेदारियों से पल्ला झाड़ लिया है.
परिवहन विभाग द्वारा जागरूकता के लिए लगाए गए बैनर के ठीक नीचे शुद्ध पेयजल की टोटियां लगी हैं, लेकिन इसी के नीचे गंदगी फैली हुई है. यहां न तो सैनिटाइजर की व्यवस्था है और न ही कोरोना के प्रति यात्रियों को जागरूक करने वाला कोई कर्मचारी है.
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इस संबंध में जब हमने एआरएम से बात करने की कोशिश की तो उनके ऑफिस में ताला लगा मिला. विकास नगर डिपो के ड्राइवर ने बताया कि कोरोना के चलते यात्री ही नहीं निकल रहे हैं. हमारी आमदनी घटकर आधी हो गई है. आमदनी जहां पहले 18,000 रुपये थी, वहीं अब महज सात से आठ हजार रह गई है.
बता दें कि जिले में कोरोना को लेकर स्वास्थ महकमा पूरी तरह उदासीन है. अस्पतालों में सैनेटाइजर नहीं हैं. बिना मास्क सफाई कर्मी अस्पताल में सफाई कर रहे हैं. वार्डों में भर्ती मरीजों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है. मरीजों के बेड की चादर मानक के अनुरूप सैनेटाइज नहीं की जा रही है. मरीजों के बर्तन व खाने में भी साफ-सफाई की जानबूझकर अनदेखी की जा रही है.