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नौकरी और कॉन्ट्रेक्ट दिलाने के नाम पर करते थे ठगी, पुलिस ने 5 नटवरलाल किए गिरफ्तार

प्रतापगढ़ जिले की नगर कोतवाली पुलिस ने लोगों से धोखाधड़ी कर पैसा ठगने वाले पांच अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है. आरोपियों के पास से 54,475 रुपये नकद और अन्य सामान मिला है.

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Published : Sep 6, 2021, 10:15 PM IST

प्रतापगढ़: थाना कोतवाली नगर में जौनपुर के बिलोई थानाक्षेत्र के शाहपुर निवासी आलम पुत्र स्वर्गीय शरीफ अहमद सेप्टिंक टैंक लगाने का काम करता है और वो धर्मपुर, बादशाहपुर में काम कर रहा था. 18 अगस्त को साइट पर अशोक कुमार सिंह और जाहिद नाम के दो लोग उसके पास पहुंचे. उन्होंने आलम से कहा कि उनके मालिक मारवाड़ी हैं, जो कि इमारतें बनाने की ठेकेदारी करते हैं. इनकी बिल्डिंग अमेठी के गौरीगंज में बन रही है. उसमें 36 सेप्टिंक टैंक लगवाने हैं. आलम उनके जाल में फंस गया और काम करने के लिए राजी हो गया.

अशोक सिंह ने आलम को फोन किया और प्रतापगढ़ में निर्मल चौराहे के पास प्रदीप होटल में बुलाया, जहां पर उसके साथ जाहिद, दीपू सिंह, बृजेश सिंह और राममिलन भी थे. इन लोगों ने सेप्टिक टैंक का काम दिलाने के नाम पर आलम से एक लाख रुपये ले लिये और कहा कि दो दिन बाद एग्रीमेंट होगा. फिर 31 अगस्त को प्रतापगढ़ के लीलावती होटल में इन लोगों ने आलम से 65 हजार रुपये लिये थे. इसके बाद फिर से 3 सितंबर को इन्होंने आलम को प्रदीप होटल में बुलाया और एक लाख रुपये ले लिये. इन्होंने अगले दिन आलम को एग्रीमेंट देने के लिए बुलाया था. बाद में आलम को पता लगा कि ये लोग धोखाधड़ी करते हैं लेकिन तब तक उसके साथ 2.65 लाख रुपये की ठगी हो चुकी थी.

आलम की शिकायत पर पुलिस विकास भवन पहुंची और इन पांचों ठगों को गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तार अभियुक्त का नाम जौनपुर निवासी अशोक कुमार सिंह, राम मिलन सिंह, प्रतापगढ़ निवासी जाहिद खान, दीपू सिंह और बृजेश सिंह हैं. इनके पास से 54,475 रुपये नकद, एक ब्रीफकेस, तीन मोटर साइकिल, आठ मोबाइल फोन, नोट की गड्डी की तरह दिखने वाली सफेद कागज की गड्डी, जिसके ऊपर व नीचे 500-500 के एक-एक नोट लगे हुए थे. इन नकली नोट की गड्डियों का इस्तेमाल ये लोगों को विश्वास दिलाने के लिए करते थे कि वो ऐसे कामों से खूब कमाई करते हैं.

ये भी पढ़ें- बीएचयू: छात्रों व कर्मियों में मारपीट, विरोध में मुख्य द्वार किया बंद, पुलिस फोर्स तैनात

गिरफ्तार अभियुक्तों ने बताया कि वो किसी फर्म का मैनेजर, मालिक या अधिकारी बनकर लोगों से मिलते थे और लोगों को कॉन्ट्रेक्ट देने के नाम ठग लेते थे. इसके बाद वहां से भाग जाते थे. इन लोगों ने मड़ियाहू जौनपुर में ज्वैलर से गहनों के आर्डर के नाम पर 1.5 लाख रुपये ठगे थे. वहीं प्रयागराज में नौकरी दिलाने के नाम पर एक लाख रुपये लिए थे. जौनपुर में भी नौकरी दिलाने के नाम पर 1.3 लाख रुपये लिए थे. अमेठी में ठेका दिलाने के नाम पर 1.50 लाख रुपये ठगे थे. इन्होंने सुलतानपुर व फैजाबाद में भी ठगी कर लोगों से लाखों रुपये ठगने की बात कबूल की है.

प्रतापगढ़: थाना कोतवाली नगर में जौनपुर के बिलोई थानाक्षेत्र के शाहपुर निवासी आलम पुत्र स्वर्गीय शरीफ अहमद सेप्टिंक टैंक लगाने का काम करता है और वो धर्मपुर, बादशाहपुर में काम कर रहा था. 18 अगस्त को साइट पर अशोक कुमार सिंह और जाहिद नाम के दो लोग उसके पास पहुंचे. उन्होंने आलम से कहा कि उनके मालिक मारवाड़ी हैं, जो कि इमारतें बनाने की ठेकेदारी करते हैं. इनकी बिल्डिंग अमेठी के गौरीगंज में बन रही है. उसमें 36 सेप्टिंक टैंक लगवाने हैं. आलम उनके जाल में फंस गया और काम करने के लिए राजी हो गया.

अशोक सिंह ने आलम को फोन किया और प्रतापगढ़ में निर्मल चौराहे के पास प्रदीप होटल में बुलाया, जहां पर उसके साथ जाहिद, दीपू सिंह, बृजेश सिंह और राममिलन भी थे. इन लोगों ने सेप्टिक टैंक का काम दिलाने के नाम पर आलम से एक लाख रुपये ले लिये और कहा कि दो दिन बाद एग्रीमेंट होगा. फिर 31 अगस्त को प्रतापगढ़ के लीलावती होटल में इन लोगों ने आलम से 65 हजार रुपये लिये थे. इसके बाद फिर से 3 सितंबर को इन्होंने आलम को प्रदीप होटल में बुलाया और एक लाख रुपये ले लिये. इन्होंने अगले दिन आलम को एग्रीमेंट देने के लिए बुलाया था. बाद में आलम को पता लगा कि ये लोग धोखाधड़ी करते हैं लेकिन तब तक उसके साथ 2.65 लाख रुपये की ठगी हो चुकी थी.

आलम की शिकायत पर पुलिस विकास भवन पहुंची और इन पांचों ठगों को गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तार अभियुक्त का नाम जौनपुर निवासी अशोक कुमार सिंह, राम मिलन सिंह, प्रतापगढ़ निवासी जाहिद खान, दीपू सिंह और बृजेश सिंह हैं. इनके पास से 54,475 रुपये नकद, एक ब्रीफकेस, तीन मोटर साइकिल, आठ मोबाइल फोन, नोट की गड्डी की तरह दिखने वाली सफेद कागज की गड्डी, जिसके ऊपर व नीचे 500-500 के एक-एक नोट लगे हुए थे. इन नकली नोट की गड्डियों का इस्तेमाल ये लोगों को विश्वास दिलाने के लिए करते थे कि वो ऐसे कामों से खूब कमाई करते हैं.

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गिरफ्तार अभियुक्तों ने बताया कि वो किसी फर्म का मैनेजर, मालिक या अधिकारी बनकर लोगों से मिलते थे और लोगों को कॉन्ट्रेक्ट देने के नाम ठग लेते थे. इसके बाद वहां से भाग जाते थे. इन लोगों ने मड़ियाहू जौनपुर में ज्वैलर से गहनों के आर्डर के नाम पर 1.5 लाख रुपये ठगे थे. वहीं प्रयागराज में नौकरी दिलाने के नाम पर एक लाख रुपये लिए थे. जौनपुर में भी नौकरी दिलाने के नाम पर 1.3 लाख रुपये लिए थे. अमेठी में ठेका दिलाने के नाम पर 1.50 लाख रुपये ठगे थे. इन्होंने सुलतानपुर व फैजाबाद में भी ठगी कर लोगों से लाखों रुपये ठगने की बात कबूल की है.

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