प्रतापगढ़: कंधई थाना क्षेत्र से पोस्टमैन रामकिशोर के बेटे विनोद का शनिवार की सुबह अपहरण हो गया था. अगवा करने के बाद पांच लाख की फिरौती मांगी गई थी. इस मामले में सुलतानपुर जिले के लंभुआ थाना क्षेत्र स्थित गरए गांव निवासी दो लोगों के खिलाफ तहरीर दी गई थी, लेकिन सोमवार की सुबह नाटकीय ढंग से अपहृत विनोद को पुलिस ने गड़ईडीह गांव के पास से बरामद कर लिया. पीड़ित विनोद के अनुसार, उसे अगवा करके नोहर हुसैनपुर गांव में रखा गया था. फिरौती की रकम देने की बात पर उसे छोड़ा गया है.
जानकारी के अनुसार, कंधई थाना क्षेत्र स्थित जोगीपुर गांव निवासी राम किशोर सरोज पट्टी डाकघर में पोस्टमैन के पद पर तैनात हैं. उनका बेटा विनोद कुमार वाराणसी में बिजली ठेकेदार के साथ पोल लगाने का काम करता था. बताया जा रहा है कि उनकी गांव के ही विजय बहादुर वर्मा से रंजिश चल रही है. इस वजह से विनोद घर नहीं आता था. पोस्टमैन रामकिशोर के अनुसार, विनोद शनिवार की सुबह करीब 8 बजे जलालपुर के पास तीन लोगों ने उसकी मोटरसाइकिल रोक ली. बाद में वहां कुछ और लोग पहुंच गए. करीब 6 लोगों ने उसका अपहरण कर हाथ-पैर बांध दिए. उसके बाद अपहरणकर्ताओं ने फोन कर परिजनों से पांच लाख की फिरौती मांगी. परिजनों का आरोप है कि जलालपुर में अमरनाथ नाम के शख्स के सामने विनोद को अगवा किया गया था.
हालांकि पुलिस की पूछताछ में अमरनाथ ने बताया कि उसके सामने घटना नहीं हुई है. पीड़ित विनोद के भाई प्रमोद का कहना है कि सुलतानपुर के लंभुआ थाना स्थित गरए निवासी डब्बू चौहान व शत्रुघ्न चौहान के साथ विनोद वाराणसी में पार्टनरशिप में बिजली विभाग का काम करता था, जिसमें लगातार घाटा हो रहा था. उसी घाटे की भरपाई के लिए डब्बू पांच लाख रुपये की मांग कर रहा था. चर्चा है कि दोनों पक्षों में बातचीत के बाद 31 अगस्त को रकम वापसी की बात हुई थी. घाटे की रकम की भरपाई न कर पाने पर विनोद का अपहरण किया गया.
विनोद के अपहरण की घटना बड़ी ही नाटकीय है. हालांकि पुलिस उसे लेनदेन का मामला बता रही है. अभी अगवा करने वाले पुलिस के हाथ नहीं लगे हैं. ठेकेदारी और पैसे के लेन-देन को लेकर इस पूरे घटनाक्रम को रचा गया था. पुलिस अभी विनोद से पूछताछ कर रही है. पुलिस का कहना है कि मामला संदिग्ध है. पूछताछ के बाद ही किसी निष्कर्ष पर पहुंच पाएंगे.