प्रतापगढ़ः जिले में प्रधानमंत्री स्वच्छता अभियान की पोल खुल गई है. टेम्पू अड्डे से डीएम आवास तक जाने वाली नाली पूरी तरह से हुई चोक हो चुकी है और उसकी गंदगी सड़कों पर फैल रही है. इससे यह वॉर्ड शहर का सबसे गंदा इलाका बन गया है. दुकानदारों ने इसके लिए नगर निगम को जिम्मेदार ठहराया है. उनका कहना है कि नालियों की लंबे समय से सफाई नहीं हुई है. इससे पानी इकट्ठा हो रहा है. गंदा पानी सड़क पर आने से परेशानी हो रही है. साथ ही संक्रमण फैलने का खतरा बना रहता है।
दावों से विपरीत है हकीकत
शहर में स्वच्छता को लेकर बड़े-बड़े स्लोगन दीवारों पर लिखे गए हैं, लेकिन हकीकत इससे बिल्कुल विपरीत है. यहां टेम्पू अड्डे से होकर डीएम आवास तक की नालियां बदतर स्थिति में हैं. नालियों की सफाई नहीं होन से गंदा पानी एक जगह इकट्ठा रहता है. स्थानीय दुकानदार कहते हैं कि गंदा पानी भरा होने से दुकान पर बैठना दूभर हो गया है. दावा किया कि दो-तीन महीने से यहां की नालियों की सफाई नहीं हुई है. इससे संक्रमण फैलने का खतरा रहता है. गंदगी को लेकर नगर पालिका से कई बार शिकायत की गई, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई.
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ईओ ने किया ये दावा
नगर पालिका ईओ मुदित सिंह ने इस संबंध में बताया कि नाले की सफाई रोटेशन में कराई जाती है. लोग बिल्डिंग मटेरियल या फिर मकानों को तोड़ते समय निकलने वाले मलबे को नाले में डाल देते हैं. इससे नाला चोक हो गया है. कुछ प्रमुख नालों की सफाई हो रही है. उनकी सफाई होते ही नालियों की सफाई करा दी जाएगी. नगर पालिका सफाई नहीं कराती तो सारा शहर कूड़े से भरा होता. पालिका के कर्मचारी मेहनत से सफाई कर रहे हैं.