प्रतापगढ़: जिले के पट्टी कोतवाली अन्तर्गत गोविंदपुर गांव में बीते 22 मई को दो वर्गों में संघर्ष हो गया था. इस दौरान एक पक्ष द्वारा कुछ घरों में आग लगा दी गई थी, जिसमें तीन जानवर झुलस गए थे. इसके साथ ही कुछ लोगों को चोटें भी आईं थी. जिले में हुए इस जातीय संघर्ष को लेकर प्रदेश की राजनीति भी गरमा गई है. अलग-अलग राजनीतिक दलों के नेता भी इस गांव में पीड़ितों से मिलने पहुंच रहे हैं. इसी क्रम में शुक्रवार को अपना दल की नेता अनुप्रिया पटेल भी भारी दल बल के साथ प्रतापगढ़ पहुंचीं और ग्रामीणों से मुलाकात की. इस दौरान उनके सामने ही यूपी के कैबिनेट मंत्री पट्टी विधायक मोती सिंह के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे भी लगाए गए.
गोविंदपुर पहुंची अनुप्रिया पटेल
जिले के पट्टी सर्किल के धुई-गोविन्दपुर गांव में ब्राह्मण और कुर्मी बिरादरी में जमकर बवाल हुआ था. मामले में पीड़ित पक्ष कुर्मी बिरादरी के थे. घटना के बाद तमाम राजनीतिक दलों ने इसे मुद्दा बना लिया. सपा कांग्रेस, अपना दल, सुहेलदेव पार्टी समेत तमाम दलों ने अपने प्रनिधिमंडल भेजकर इस मामले को लेकर राजनीति शुरू कर दी है. शुक्रवार को अपना दल की नेता अनुप्रिया पटेल भी पीड़ितों से मिलने पहुंची.
अनुप्रिया ने किया धारा-144 का उल्लंघन
इस दौरान बड़ी संख्या में पुलिस बल मौजूद रहा. सैकडों गाड़ियों के काफिले के साथ पहुंची अनुप्रिया ने सोशल डिस्टेंसिंग को तार-तार कर दिया. यहां उनके द्वारा धारा-144 का उल्लंघन भी किया गया. अनुप्रिया पटेल ने ग्रामीणों से मुलाकात कर मदद का आश्वासन दिया है.
मामले से सीएम को कराएंगी अवगत
अनुप्रिया पटेल ने कहा कि प्रतापगढ़ में पुलिस और प्रशासन की अनुभवहीनता के चलते गोविंदपुर की घटना को अंजाम दिया गया. इस मामले में जांच की रिपोर्ट सार्वजनिक होनी चाहिए. मामले में एकतरफा कार्रवाई की गई है और पीड़ितों के साथ न्याय नहीं किया गया. इस मामले से सीएम को अवगत कराया जाएगा. अपना दल भाजपा का सहयोगी दल है, लेकिन नाइंसाफी बर्दाश्त नहीं की जाएगी.