प्रतापगढ़ : उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के 'दिन दहाड़े रेप और रात भर गांजा, जिसको देखना हो यूपी आजा' वाले बयान पर राजनीति शुरू हो गई है. पूर्व मुख्यमंत्री के इस बयान पर कैबिनेट मंत्री मोती सिंह ने जमकर निशाना साधा है.
पूर्व मुख्यमंत्री के बयान पर सूबे के वरिष्ठ मंत्री राजेंद्र प्रताप सिंह 'मोती' ने पलटवार करते हुए इसे बौखलाहट भरा बयान करार दिया है. मोती सिंह ने कहा कि 'पूर्व मुख्यमंत्री के ही कार्यकाल में वो पूड़ी और खाझा बनी, उन्हीं के कार्यकाल में बनी और लोगों के लिए उदाहरण बनी. रेप वाली बात भी उन्हीं के परिवार के प्रमाणपत्र से आगे बढ़ी. यह उनके पूज्य पिताजी की देन है. उन्होंने ही सार्वजनिक मंच से बयान दिया था कि लड़कों से गलती हो जाती है, जिससे बहन-बेटियां और मातृशक्ति आहत हुई. अखिलेश ने जो दोनों बातें किसानों की सभा में कही हैं वो उन्हीं की देन है.' मोती सिंह ने आगे कहा, 'मैं यह मानता हूं कि उन्हीं कारणों से जनता ने उन्हें और उनके दल को नकारा है. जो भी बयान दें, सोच समझ कर दें तो ज्यादा अच्छा रहेगा.'
इसे भी पढ़ें- भाजपा सरकार ने युवाओं और किसानों को बहकायाः जयंत चौधरी
'सरकार के लिए 23 करोड़ लोग जरूरी'
मोती सिंह ने यूपी में बीजेपी सरकार के कार्यकाल पर बोलते हुए कहा कि 'भारतीय जनता पार्टी का चार साल का कार्यकाल उत्तर प्रदेश के लिए स्वर्णिम काल रहा. विकास का कार्यकाल है, कानून के स्थापित राज का कार्यकाल है, जितने भी अपराधी प्रवृत्ति के लोग हैं. उनके साथ योगी सरकार कोई रियायत नहीं कर रही है. योगी सरकार के लिए प्रदेश के 23 करोड़ लोग जरूरी हैं.'