प्रतापगढ़: लॉकडाउन के कारण अब सबसे ज्यादा वह मजदूर परेशान हैं, जिनका किसी कारण राशनकार्ड नहीं बन पाया और न ही उन्हें जॉब कार्ड मिल पाया है. ऐसे में उनके सामने दो वक्त की रोटी का इंतजाम कर पाना मुश्किल हो रहा है. इन ग्रामीण मजदूरों की सहायता के लिए सामाजिक संस्था बाबा उमापति दास की टीम आगे आई है, जो ग्रामीणों को चिन्हित कर सहायता पहुंचाने का कार्य कर रही है.
सरकारी मदद न मिलने से मजदूर परेशान
ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले मजदूरों को सरकारी मदद नहीं मिल पा रही. ऐसे में उनके सामने रोजी-रोटी का संकट है. इनमें वह ग्रामीण मजदूर शामिल हैं, जिनके पास न तो राशनकार्ड है और न ही जॉब कार्ड. इस दशा में इन लोगों को किसी तरह की सरकारी मदद नहीं मिल पा रही.
ग्रामीण क्षेत्रों में पहुंचाई जा रही राहत सामग्री
राम जानकी मंदिर के महंत बाबा उमापति दास ऐसे लोगों को ग्रामीण क्षेत्रों में ढूंढकर राहत सामग्री दे रहे हैं. गुरुवार को टीम के सदस्य लाल बृजेश प्रताप सिंह, शिवम राज, अमित पाण्डेय आदि क्षेत्र के हनुमान गढ़ी, भैंसना, कटेहटी सहित तमाम गांवों में पहुंचे और कई परिवारों तक राहत सामग्री दी.
पालघर में हुई संतों की हत्या की निंदा
महंत बाबा उमापति दास महाराष्ट्र के पालघर में दो जूना संतो की हत्या की निंदा की. उन्होंने बताया कि इन संतों की हत्या सरकारी तंत्र एवं संतों के प्रति उनकी घटिया सोच दर्शाती है. संत समाज हत्यारों को कभी माफ नहीं करेगा. उन्होंने इस हत्याकांड के संबंध में उच्च स्तरीय जांच की मांग की है.