प्रतापगढ़ः जिले में गुरुवार को टिड्डी दल ने धावा बोल दिया, जिससे किसान परेशान दिख रहे हैं. कौशाम्बी के बाद मान्धाता इलाके में बड़ी संख्या में टिड्डियों ने तबाही मचाना शुरू कर दी है. इस दौरान किसानों को उनकी फसलों की चिंता सता रही है. जिला प्रसाशन ने कई दिनों से टिड्डियों के बचाव के लिए तैयारियां शुरू कर दी थीं, लेकिन फौरी तौर पर इनसे निपटना मुश्किल दिख रहा है.
इन इलाकों में दहशत
प्रतापगढ़ जिले में टिड्डियों का आगमन हो चुका है. जिले के आसपास इलाकों में लाखों की संख्या में टिड्डे देखे जा रहे हैं. किसान अपनी फसलों को लेकर चिंतित नजर आ रहे हैं. जिले के कटरा गुलाब सिंह, हिन्दूपुर, गौरा, ढेमा, मानधाता, गम्भीरा, जेठवारा, जमुआ, बाबूपुर, हैंसी, शिवरा, कुल्हीपुर सहित सैकड़ों गांवों में टिड्डी दल की दस्तक से किसान परेशान हो गए हैं. काफी तेजी से यह पूरे जिले में फैल रहे हैं. सड़कों पर राहगीरों का चलना मुश्किल हो गया है. लोग पटाखे फोड़कर, टीन और थाली बजाकर, धुएं आदि से इनको भगाने की कोशिशें की जा रही हैं.
किसानों को सता रही चिंता
टिड्डियों को देखकर बच्चों में कौतूहल है तो किसानों में चिन्ता और दहशत देखने जो मिल रही है. महिलाएं और बच्चे अपने घरों में कैद हो गए हैं. काफी दिनों से टिड्डियों के हमले को लेकर एक दहशत भरा माहौल बन गया था. जिला प्रशासन ने टिड्डियों के हमले को लेकर पहले से तैयारियां कर रखी थीं. किसानों को खेतों में दवा के छिड़काव के बारे में बताया गया था. जिला कृषि विभाग के लोग गांवों में इसके बचाव के बारे में किसानों को सजग कर रहे थे, लेकिन टिड्डियों के आने पर सब फेल होता नजर आ रहा है.
जिला प्रशासन की तैयारी पूरी तरह फेल
किसानों को टिड्डियों के आने की जानकारी पहले हो गई थी लेकिन उनको तैयार होने का मौका नहीं मिला. किसानों की हरी भरी खेती पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं. जिला प्रशासन की तैयारियां टिड्डियों के हमले के बीच पूरी तैयारी फेल नजर आ रही है.