प्रतापगढ़: जिला महिला मेडिकल कॉलेज (pratapgarh women medical college) में सोमवार को नवजात बच्चा बदलने को लेकर जमकर हंगामा हुआ. बवाल बढ़ता देख अस्पताल कर्मियों को पुलिस बुलानी पड़ी. मौके पर पहुंचे सीओ ने किसी तरह समझा-बुझाकर मामले को शांत कराया. दोनों प्रसूताओं के साथ नवजात का डीएनए टेस्ट कराने की बात कही.
नगर कोतवाली के मोहनगंज निवासी पूजा श्रीवास्तव पत्नी विकास को सोमवार को प्रसव पीड़ा होने पर परिजनों ने मेडिकल कॉलेज की महिला विंग में भर्ती कराया. चिकित्सकों ने उसका ऑपरेशन करने के लिए कहा. इसके बाद स्वास्थ्यकर्मी पूजा को लेकर ओटी में चले गए. सीएमएस डॉ. रीना प्रसाद ने बताया कि इसी बीच अंतू के बुकनापुर निवासी रेखा तिवारी पत्नी प्रितम तिवारी अस्पताल पहुंची. प्रसव पीड़ा तेज होने और ऑपरेशन की जरूरत पड़ने के कारण उसे भी ओटी में ले लिया गया. पूजा को बेटा पैदा हुआ. दाई नवजात को लेकर ओटी से बाहर लाई, तो रेखा के परिजनों ने बच्चे को ले लिया. रेखा का ऑपरेशन से प्रसव कराया गया. उसे बेटी पैदा हुई. दाई जब रेखा के परिजनों को बच्ची को देने लगी तो उन्होंने यह कहकर लेने से इनकार कर दिया कि उन्हें उनका बेटा मिल गया है. जबकि स्वास्थ्य कर्मचारी बार-बार कह रहे थे कि रेखा को बेटी हुई है और पूजा को बेटा. इसी बात को लेकर रेखा और पूजा के परिजन आपस में कहासुनी करने लगे. बात बढ़ गई तो दोनों पक्षों ने हंगामा शुरू कर दिया.
सीएमस ने इसकी सूचना कोतवाली पुलिस के साथ सीओ को दी. मौके पर पहुंचे सीओ ने किसी तरह दोनों पक्षों को समझाकर शांत कराया. दोनों प्रसूताओं को अलग-अलग वार्ड में भर्ती कराया. पूजा को उसका बेटा तो रेखा को बेटी सौंपी गई. सीओ ने कहा कि परिवार के लोगों को संतुष्ट करने के लिए डीएनए टेस्ट कराया जाएगा, जिससे किसी प्रकार का मतभेद न रहे.