प्रतापगढ़: जिले के रानीगंज विधानसभा के विधायक आरके वर्मा ने 2 दिन पहले शिवसत गांव में इंजीनियरिंग कॉलेज का निरीक्षण किया था. जिसमें विधायक के छुते ही इंजीनियरिंग कॉलेज की दीवार भर-भराकर गिर गई थी. कॉलेज बनाने वाली कंपनी ने विधायक सहित 56 लोगों पर कंधई थाने में मुकदमा दर्ज किया है. इसके बाद सपा विधायक आरके वर्मा ने प्रेस कॉफ्रेंस करते हुए कंपनी पर आरोप लगाया और जांच कमेंटी का गठन करने की मांग की. उन्होंने कहां की अगर मैं गलत निकलता हूं तो मैं राजनीति से संन्यास ले लूंगा.
रानीगंज विधानसभा क्षेत्र से समाजवादी पार्टी के विधायक डॉक्टर आरके वर्मा ने रविवार को पत्रकार वार्ता में आरोप लगाते हुए कहा कि कंधई थाना क्षेत्र के शिवसत गांव में बन रहे इंजीनियरिंग कॉलेज निर्माण में घटिया किस्म की सामग्री का इस्तेमाल हो रहा है. विधायक ने कहा कि कॉलेज के निर्माण का भौतिक निरीक्षण होना चाहिए. इसके लिए एक टीम का गठन कराया जाये. इसके बाद यदि मेरे आरोपों में सत्यता नहीं मिलती है. तो मैं राजनीति से सन्यास ले लूंगा.
विधायक ने यह भी बताया कि 23 जून को वह समर्थकों के साथ ही मीडिया कर्मियों की मौजूदगी में इंजीनियरिंग कॉलेज निर्माण का निरीक्षण करने गए थे. इस दौरान उनके हाथ लगाते ही कुछ दिन पहले बनाई गई दीवार गिर गई. इस मामले की शिकायत उन्होंने जिलाधिकारी से भी की थी. इस पूरे प्रकरण में निर्माणाधीन संस्था के कर्मचारी की तहरीर पर विधायक सहित कुल 56 लोगों के खिलाफ कंधई थाने में पब्लिक प्रॉपर्टी को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज किया गया है.
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विधायक ने दावा करते हुए कहा कि उन्होंने दीवार को महज धक्का दिया. इसके बाद ही दीवार भरभरा कर गिर गई थी. विधायक ने यह भी दावा है कि गिरी हुई दीवार के नजदीक दूसरी दीवार के हिस्से को यदि ऐसे ही धक्का दे दिया जाए तो वह भी गिर जाएगा.
गौरतलब है, 2 दिन पहले विधायक आरके वर्मा निर्माणाधीन इंजीनियरिंग कॉलेज का निरीक्षण करने पहुंचे थे. जहां उनके द्वारा दीवार छूते ही भरभरा कर गिर गई थी. कॉलेज बनाने वाली नोएडा की कंपनी विधायक सहित 56 लोगों पर पब्लिक प्रॉपर्टी को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराया था.
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मामले को संज्ञान में लेकर सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने भी भ्रष्टाचार का आरोप लगाकर टि्वटर हैंडल पर वीडियो पोस्ट किया था. इस मामले में प्रशासन की ओर से जांच टीम गठित की गई है. जबकि शनिवार की रात पुलिस ने विधायक सहित कुछ नामजद और कुल 56 लोगों को आरोपी बनाते हुए संस्था की तहरीर पर एफआईआर दर्ज की है. इसी प्रकरण पर रविवार को रानीगंज के विधायक डॉक्टर आरके वर्मा ने पत्रकार वार्ता के दौरान प्रशासन की कार्यशैली के साथ ही पुलिस टीम की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए आरोपों की बौछार कर दी.
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