प्रतागपढ़ः मुख्यमंत्री योगी द्वारा 'आर्थिक अपराध पर नियंत्रण' करने के निर्देशों का प्रतापगढ में बड़ा असर दिखाई दिया है. प्रतापगढ़ पुलिस ने बड़े आर्थिक अपराध का खुलासा करते हुए एक शातिर गैग का भंडाफोड़ किया है. यह बैंक शातिर अंदाज में बैंकों के खाते से रुपए उड़ाता था. इस गैंग ने करीब 125 करोड़ के फर्जीवाड़े को अब तक अंजाम दिया है. सबसे ज्यादा फर्जीवाड़ा बैंक ऑफ बड़ौदा की शाखाओं से हुआ है.डीजीपी ने खुलासा करने वाले टीम को प्रशाति पत्र और 25 हज़ार रुपए नगद पुरस्कार देने की घोषणा की है.
शिकायत के बाद पुलिस ने एफआईआर दर्ज की और आगे की जांच पड़ताल शुरू की. इस मामले में पुलिस ने आर्यन शर्मा को साउथ दिल्ली, सुरेंद्र सिंह को ईस्ट ऑफ कैलाश दिल्ली और अनिल कुमार को लक्ष्मी नगर से गिरफ्तार किया. तीनों आरोपियों ने बताया कि वे 64 क्लोन चेक के जरिए ठगी को अंजाम दे चुके हैं. इनमें से सर्वाधिक 46 क्लोन चेक प्रतापगढ जिले के बैंकों में लगाई गईं थीं. पुलिस ने पूरे रैकेट का पर्दाफाश करने के लिए अलग से टीम का गठन किया है.
बैंक फ्रॉड का खुलासा करने पर बैंक ऑफ बड़ौदा ने भी इसे गंभीरता से लिया और चेक से लेनदेन करने के नियमों में बड़ा बदलाव करते हुए सभी चेक धारकों के कन्फर्मेशन के बाद ही चेको की क्लीयरिंग करने का निर्देश जारी किए हैं. वहीं, पुलिस टीम को डीजीपी ने प्रशस्ति पत्र देने और 25000 नगद इनाम की घोषणा की है.
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