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Adani Hindenburg case: कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी बोले, सुप्रीम कोर्ट का आदेश स्वागत योग्य

अडानी-हिंडनबर्ग केस में जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट ने एक्सपर्ट कमेटी के गठन का आदेश दिया है. इस आदेश का कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने स्वागत किया है. चलिए जानते हैं इस बारे में उन्होंने क्या कहा.

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Published : Mar 3, 2023, 3:13 PM IST

प्रतापगढ़: अडानी-हिंडनबर्ग केस में जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट ने एक्सपर्ट कमेटी के गठन का आदेश दिया है. इसे लेकर कांग्रेस नेता एवं राज्यसभा सांसद प्रमोद तिवारी का बयान आया है. प्रमोद तिवारी ने कहा है कि हिंडनबर्ग पर कोई जांच न हो, कोई बोले न, पार्लियामेंट में कोई बोले न और बोला भी जाए तो कार्यवाही से निकाल दिया जाए, जो बोले उसके खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई हो.

राज्यसभा सांसद प्रमोद तिवारी ने यह कहा.
राज्यसभा सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने ऐतिहासिक फैसला दिया है. हिंडनबर्ग-अडानी से जुड़े मसले पर एक पांच सदस्यीय समिति जांच करेगी जिसमें सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज भी रहेंगे. उन्होंने कहा कि ये एक झन्नाटेदार तमाचा है. एक भरपूर कोशिश भाजपा ने कि अडानी का कहीं नाम न आए. उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट सारे तथ्यों और दलील के बाद ये निर्णय लिया है यानी इसका जांच वो समिति करे जिसका गठन सर्वोच्च न्यायालय करे.

प्रमोद तिवारी ने कहा कि आने वाले दिनों में दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा, इसमें कोई दो राय नहीं है. सबको मालूम है कि स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, एलआईसी समेत तमाम बैंकों का 10 लाख करोड़ दांव पर लगा है. बोले कि ताज्जुब होता है कि एक आदमी जो दुनिया के रईसों में 609वें स्थान पर था वह दूसरे स्थान पर पहुंच गया. इस मामले में सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले का स्वागत करता हूं.


गौरतलब है कि अडानी-हिंडनबर्ग केस में जांच के लिए सर्वोच्च न्यायालय ने एक्सपर्ट कमेटी के गठन का आदेश दिया है. सुप्रीम कोर्ट द्वारा बनाई गई कमेटी की अध्यक्षता रिटायर जस्टिस एएम सप्रे करेंगे. इतना ही नहीं सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया है कि SEBI इस मामले में जांच जारी रखेगी और 2 महीने में अपनी रिपोर्ट सौंपेगी.

ये भी पढ़ेंः Umesh Pal murder case : हत्याकांड में शामिल 6 शूटराें का सुराग नहीं, हमलावराें की तलाश में लगी 10 टीमें

प्रतापगढ़: अडानी-हिंडनबर्ग केस में जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट ने एक्सपर्ट कमेटी के गठन का आदेश दिया है. इसे लेकर कांग्रेस नेता एवं राज्यसभा सांसद प्रमोद तिवारी का बयान आया है. प्रमोद तिवारी ने कहा है कि हिंडनबर्ग पर कोई जांच न हो, कोई बोले न, पार्लियामेंट में कोई बोले न और बोला भी जाए तो कार्यवाही से निकाल दिया जाए, जो बोले उसके खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई हो.

राज्यसभा सांसद प्रमोद तिवारी ने यह कहा.
राज्यसभा सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने ऐतिहासिक फैसला दिया है. हिंडनबर्ग-अडानी से जुड़े मसले पर एक पांच सदस्यीय समिति जांच करेगी जिसमें सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज भी रहेंगे. उन्होंने कहा कि ये एक झन्नाटेदार तमाचा है. एक भरपूर कोशिश भाजपा ने कि अडानी का कहीं नाम न आए. उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट सारे तथ्यों और दलील के बाद ये निर्णय लिया है यानी इसका जांच वो समिति करे जिसका गठन सर्वोच्च न्यायालय करे.

प्रमोद तिवारी ने कहा कि आने वाले दिनों में दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा, इसमें कोई दो राय नहीं है. सबको मालूम है कि स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, एलआईसी समेत तमाम बैंकों का 10 लाख करोड़ दांव पर लगा है. बोले कि ताज्जुब होता है कि एक आदमी जो दुनिया के रईसों में 609वें स्थान पर था वह दूसरे स्थान पर पहुंच गया. इस मामले में सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले का स्वागत करता हूं.


गौरतलब है कि अडानी-हिंडनबर्ग केस में जांच के लिए सर्वोच्च न्यायालय ने एक्सपर्ट कमेटी के गठन का आदेश दिया है. सुप्रीम कोर्ट द्वारा बनाई गई कमेटी की अध्यक्षता रिटायर जस्टिस एएम सप्रे करेंगे. इतना ही नहीं सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया है कि SEBI इस मामले में जांच जारी रखेगी और 2 महीने में अपनी रिपोर्ट सौंपेगी.

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