प्रतापगढ़: जिले के मांधाता थाना क्षेत्र के खरवई गांव के युवक की चिलबिला ओवरब्रिज पर बोलेरो की टक्कर से मौत हो गई थी. इस मामले में मृतक के परिजनों ने हत्या का आरोप लगाते हुए शव को दफनाने से इनकार कर दिया. पोस्टमार्टम के बाद शनिवार की रात शव घर पहुंचने के बाद परिवार के लोग आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करने लगे. चौबीस घंटे बाद रविवार देर रात नौ आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज होने के बाद परिजन अंतिम संस्कार के लिए राजी हुए.
मांधाता के खरवई निवासी खालिद बीते शुक्रवार को दो महिलाओं के साथ बाइक से डॉक्टर के घर जा रहे थे. नगर कोतवाली के चिलबिला ओवरब्रिज पर सामने से आई बोलेरो ने खालिद को टक्कर मार दी. टक्कर लगने से वह गंभीर रूप से घायल हो गया. प्राथमिक इलाज के बाद डॉक्टरों ने उसे प्रयागराज रेफर कर दिया. प्रयागराज में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. पोस्टमार्टम के बाद शनिवार रात उसका शव घर पहुंचने पर परिवार के लोगों ने अंतिम संस्कार करने से इनकार कर दिया.
मृतक के भाई ने लगाया हत्या का आरोप
मृतक के बड़े भाई शहजाद ने आरोप लगाया कि खालिद की हत्या की गई है. बोलेरो से टक्कर मारने के बाद उसमें सवार लोगों ने लोहे की रॉड से उसे पीटा. महिलाओं के शोर मचाने पर आस-पास के लोग पहुंचे तो बोलेरो सवार भाग निकले. उसका कहना था कि उसके बड़े भाई की बीते मार्च माह में हत्या कर दी गई थी. चार हत्यारोपी जेल में हैं, जबकि अभी भी चार लोग फरार चल रहे हैं. वे लगातार खालिद पर समझौता करने के लिए दबाव बना रहे थे. उन्हीं लोगों ने खालिद की हत्या की है. शहजाद की तहरीर पर पुलिस ने गांव के ही इरफान, कलाम, अद्धे, लाला, निज़ामुद्दीन, रियाजुद्दीन, कल्लू, शमीम और हजारा के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया है. रात 10 बजे परिजन शव दफनाने को तैयार हुए. मौके पर एसडीएम रानीगंज ने परिजनों को जमीन का पट्टा, आर्थिक मदद के साथ शस्त्र लाइसेंस दिलाने का आश्नासन दिया.
एएसपी राकेश कुमार का कहना है कि मार्च में खालिद के भाई की हत्या के बाद चार अभियुक्त फरार हैं. पुलिस का कहना था कि फरार आरोपियों की गिरफ्तारी की जाएगी. मौत की वजह और कारण का पता लगाया जा रहा है. हालांकि नौ लोगों पर केस दर्ज किया गया है. खालिद की मौत का क्या कारण है पता लगाया जा रहा है. कोई बेगुनाह जेल नहीं जाएगा.