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प्रतापगढ़: पशुओं के खुरपका-मुंहपका निःशुल्क टीकाकरण अभियान को हरी झण्डी

यूपी के प्रतापगढ़ जिले के डीएम डॉ. रूपेश कुमार ने आज कैम्प कार्यालय परिसर में राष्ट्रीय पशु रोग नियंत्रण कार्यक्रम के अन्तर्गत खुरपका-मुंहपका निःशुल्क टीकाकरण अभियान को हरी झण्डी दिखाकर टीमों को रवाना किया.

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Published : Aug 19, 2020, 4:27 PM IST

Updated : Sep 4, 2020, 3:07 PM IST

खुरपका-मुंहपका निःशुल्क टीकाकरण अभियान की शुरुआत.
खुरपका-मुंहपका निःशुल्क टीकाकरण अभियान की शुरुआत.

प्रतापगढ़: जिले के डीएम डॉ. रूपेश कुमार ने आज कैम्प कार्यालय परिसर में राष्ट्रीय पशु रोग नियंत्रण कार्यक्रम के अन्तर्गत खुरपका-मुंहपका निःशुल्क टीकाकरण अभियान को हरी झण्डी दिखाकर टीमों को रवाना किया. इस दौरान जिलाधिकारी ने समस्त पशुपालकों से अपील करते हुये कहा कि खुरपका-मुंहपका का टीका ज्यादा से ज्यादा अपने पशुओं का लगवायें, जिससे इस बीमारी से पशुओं को बचाया जा सके. यह अभियान दिनांक 30 सितम्बर तक चलेगा.

उन्होंने कहा कि खुरपका-मुंहपका रोग से प्रभावित पशु को तेज बुखार होता है, जो 3 से 5 दिन तक चलता है. बुखार के साथ ही पशु के मुंह में, पैर के निचले हिस्से में (खुर के पास) अथवा थन पर छाले निकल जाते हैं. ये छाले प्रायः शीघ्र फूट जाते हैं. घाव से परेशान पशु खाना-पीना बन्द कर देता है. उसके चलने-फिरने में भी लंगड़ाहट दिखाई देती है. पशु सुस्त हो जाता है. उसके मुख, नाक व आंख से स्राव प्रारम्भ हो जाता है. बड़े पशुओं में यद्यपि मृत्यु दर कम है. परन्तु गर्भित पशुओं में एबार्शन की सम्भावना काफी अधिक होती है. कम उम्र के पशु एवं नवजात पशुओं के प्रभावित होने पर उनमें मृत्यु दर अत्यन्त अधिक होती है.

डीएम ने कहा कि खुरपका-मुंहपका से बचाव हेतु प्रतिरोधी टीकाकरण का सबसे अधिक महत्व होता है. नियमित अन्तराल पर होने वाले टीकाकरण से पशुओं की विस्तृत आबादी में इस रोग के विषाणु के विरुद्ध प्रतिरोधक क्षमता का स्तर बढ़ जाता है. जनपद के समस्त ग्रामों में खुरपका-मुंहपका निःशुल्क टीकाकरण का प्रथम चरण आज से प्रारम्भ किया गया है. जनपद के कुल पशुओं की संख्या 12,00,278 के सापेक्ष 12,00,000 वैक्सीन प्राप्त हो चुकी है. उन्होंने बताया कि 6 माह के नीचे उम्र के पशु व 8 माह के गर्भित पशुओं का टीकाकरण नहीं किया जायेगा. प्रसव उपरान्त पुनः टीकाकरण किया जायेगा.

प्रतापगढ़: जिले के डीएम डॉ. रूपेश कुमार ने आज कैम्प कार्यालय परिसर में राष्ट्रीय पशु रोग नियंत्रण कार्यक्रम के अन्तर्गत खुरपका-मुंहपका निःशुल्क टीकाकरण अभियान को हरी झण्डी दिखाकर टीमों को रवाना किया. इस दौरान जिलाधिकारी ने समस्त पशुपालकों से अपील करते हुये कहा कि खुरपका-मुंहपका का टीका ज्यादा से ज्यादा अपने पशुओं का लगवायें, जिससे इस बीमारी से पशुओं को बचाया जा सके. यह अभियान दिनांक 30 सितम्बर तक चलेगा.

उन्होंने कहा कि खुरपका-मुंहपका रोग से प्रभावित पशु को तेज बुखार होता है, जो 3 से 5 दिन तक चलता है. बुखार के साथ ही पशु के मुंह में, पैर के निचले हिस्से में (खुर के पास) अथवा थन पर छाले निकल जाते हैं. ये छाले प्रायः शीघ्र फूट जाते हैं. घाव से परेशान पशु खाना-पीना बन्द कर देता है. उसके चलने-फिरने में भी लंगड़ाहट दिखाई देती है. पशु सुस्त हो जाता है. उसके मुख, नाक व आंख से स्राव प्रारम्भ हो जाता है. बड़े पशुओं में यद्यपि मृत्यु दर कम है. परन्तु गर्भित पशुओं में एबार्शन की सम्भावना काफी अधिक होती है. कम उम्र के पशु एवं नवजात पशुओं के प्रभावित होने पर उनमें मृत्यु दर अत्यन्त अधिक होती है.

डीएम ने कहा कि खुरपका-मुंहपका से बचाव हेतु प्रतिरोधी टीकाकरण का सबसे अधिक महत्व होता है. नियमित अन्तराल पर होने वाले टीकाकरण से पशुओं की विस्तृत आबादी में इस रोग के विषाणु के विरुद्ध प्रतिरोधक क्षमता का स्तर बढ़ जाता है. जनपद के समस्त ग्रामों में खुरपका-मुंहपका निःशुल्क टीकाकरण का प्रथम चरण आज से प्रारम्भ किया गया है. जनपद के कुल पशुओं की संख्या 12,00,278 के सापेक्ष 12,00,000 वैक्सीन प्राप्त हो चुकी है. उन्होंने बताया कि 6 माह के नीचे उम्र के पशु व 8 माह के गर्भित पशुओं का टीकाकरण नहीं किया जायेगा. प्रसव उपरान्त पुनः टीकाकरण किया जायेगा.

Last Updated : Sep 4, 2020, 3:07 PM IST
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