प्रतापगढ़: जिले में कोरोना मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है. प्रतिदिन 50 से ज्यादा कोरोना संक्रमित मरीज सामने आ रहे हैं. इससे स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मचा हुआ है. कुंडा कोतवाली का पैरोकार और बिहार ब्लॉक प्रमुख का भाई संक्रमण की चपेट में आ गया है. पलटन बाजार निवासी अधिवक्ता की कोरोना संक्रमण के चलते प्रयागराज में मौत हो गई थी. उनके परिजनों की रिपोर्ट भी कोरोना पॉजिटिव आई है.
चिलबिला के मिठाई कारोबारी और भाजपा नेता का बेटा भी कोरोना संक्रमित पाया गया गया है. कुछ दिन पहले ही उसकी दुकान पर काम करने वाला एक लड़का भी कोरोना संक्रमित मिला था. कोहड़ौर सीएचसी के नरहरपुर में 16 नए कोरोना संक्रमित मरीजों की पुष्टि हुई है.
स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही का आलम यह है कि संक्रमित लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद भी ना तो उन्हें समय पर आइसोलेट किया जा रहा है और न ही कोविड अस्पतालों में पहुंचाया जा रहा है. मुख्य चिकित्सा अधिकारी अरविंद कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि जांच का दायरा बढ़ा दिया गया है, जिससे लगातार मरीजों की संख्या बढ़ रही है.
जिले में कोरोना जांच का दायरा भले ही बढ़ गया है, लेकिन संक्रमित मरीजों इलाकों में सैनिटाइजेशन का काम पूरी तरह ठप है. लगातार कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ने के बाद प्रशासन अब बस रस्म आदायगी करता नजर आ रहा है. हॉटस्पॉट जोन बनाने में लगातार लापरवाही की जा रही है. शहर से लेकर ग्रामीण अंचल तक कोरोना संक्रमित लोगों के मिलने के बाद सैनिटाइजेशन नहीं कराया जा रहा, जिससे संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ रहा है.