प्रतापगढ़: जिले में 43 हजार अनफिट वाहन सड़कों पर दौड़ रहे हैं. ये ऐसे वाहन हैं, जो निर्धारित 15 साल की अवधि पूरी कर चुके हैं. अब इन्हें वाहनों को इसी शर्त पर सड़क पर दौड़ाया जा सकता है कि इनका परीक्षण कराकर फिटनेस अवधि बढ़ा ली जाए. इसके लिए वाहन स्वामियों के पास अब सिर्फ कुछ ही समय शेष है. उसके बाद इन वाहनों को निलंबित कर दिया आएगा. अभी विभाग की ओर से करीब 16 हजार वाहनों का पंजीकरण 6 माह के लिए निलंबित किया जा चुका है.
जिले में ऐसे वाहनों से लोग फर्राटा भर रहे हैं, जिनके पंजीकरण का पंद्रह साल पूरा हो चुका है. इस बात से वाहन स्वामी अनजान हैं. ऐसे वाहन अनफिट या अमान्य श्रेणी में आते हैं. ऐसे वाहनों का पंजीकरण निरस्त किया जा सकता है. कोरोना काल में कुछ महीने की राहत देने के बाद उप संभागीय परिवहन विभाग अब 15 साल से ऊपर के वाहनों का सत्यापन कराने के बाद निरस्त करने की तैयारी में हैं. सत्यापन के दौरान सामने आया है कि जिले में करीब 43 हजार से अधिक वाहन अमान्य श्रेणी में आ चुके हैं. इसके बाद भी ऐसे वहान सड़कों पर दौड़ रहे हैं. इसमे सबसे अधिक दुपहिया वाहन शामिल हैं.
उप संभागीय परिवहन अधिकारी सुशील मिश्र ने बताया कि सत्यापन के बाद पहली कार्रवाई 16 हजार वाहनों पर की गई है. 12 हजार दुपहिया और 4 हजार चार पहिया वाहनों का पंजीकरण 6 माह के लिए निलंबित किया जा चुका है. इसके बाद इन्हें आखरी मौका मिलेगा. फिर भी अगर वाहनों का पंजीकरण नहीं कराते हैं तो चेकिंग के दौरान पकड़े जाने पर ऐसे वाहनों को थानों पर लावारिस दाखिल करा दिया जाएगा. दुर्घटना होने पर उसकी जवाबदेही वाहन स्वामी की होगी.