पीलीभीत : जिले के पंडित मैकूलाल वीरेंद्र नाथ हॉस्पिटल का संचालक अपनी करतूतों की वजह से एक बार फिर से सुर्खियों में है. इस बार उसकी फैक्ट्री में कार्यरत एक गंभीर मरीज को भर्ती नहीं कराने का आरोप है, जिससे उसकी मौत हो गई. दरअसल, अस्पताल संचालक अभी लाश का इलाज करने के आरोपों से मुक्त नहीं हो पाया था कि अब उसकी फैक्ट्री में कार्यरत एक नौकर से जबरन ड्रम से डीजल निकलवाने और हालत बिगड़ने पर इलाज न कराने से मजदूर की मौत का आरोप लगा है. मामले में पुलिस ने तहरीर लेकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर जांच में जुट गई है.
यह मामला गजरौला थाना क्षेत्र के ग्राम जैतपुर का है. यहां के निवासी नोखेलाल पुत्र रामलाल ने गजरौला पुलिस को दी तहरीर में कहा है कि उसका पुत्र प्रदीप कुमार राजमिस्त्री के साथ मजदूरी का काम करता था. वह पंडित मैकूलाल की मुंडेला कलां में स्थित निर्माणाधीन शुगर फैक्ट्री में काम कर रहा था. दिनांक 4 जून को शाम 4 बजे उसके मोबाइल नंबर पर फैक्ट्री से फोन आया कि तुम्हारे लड़के की तबीयत खराब है और तुम उसे ले जाओ. जब वह मौके पर पहुंचा तब उसका पुत्र प्रदीप कुमार बेहोशी की हालत में था. तत्काल वह बेटे को लेकर जिला अस्पताल पहुंचा. लेकिन उसकी हालत में कोई सुधार ना होने पर, उसे गांधी स्टेडियम रोड स्थित डॉ एसके अग्रवाल नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया, जहां बीती रात उसकी मौत हो गई.
तहरीर में आरोप लगाया गया है कि फैक्ट्री के इंजीनियर वीरपाल, फैक्ट्री के मालिक मैकूलाल के भतीजे मोंटी ने जबरन उसके पुत्र से पाइप द्वारा ड्रम से डीजल निकलवाया था. डीजल पेट में जाने के कारण वह बेहोश हो गया. बेटे के बेहोश होने पर इंजीनियर वीरपाल और फैक्ट्री मालिक का भतीजा उसे छोड़कर भाग गए. तहरीर में कहा गया है कि अगर ये लोग उसका समय पर उपचार कराते तो उसके पुत्र को बचाया जा सकता था.
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गजरौला पुलिस ने तहरीर मिलते ही शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. पूरे मामले पर एसपी किरीट कुमार का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलते ही कार्रवाई की जाएगी.