पीलीभीतः जिले में स्थित टाइगर रिजर्व अपनी अलग पहचान रखता है. यहां पर नियुक्त वाचर संदीप सिंह की मौत का मामला सुर्खियों में है. कुछ दिन पहले संदीप सिंह का खून से लथपथ शव अपने कमरे में मिला था. पुलिस इसे आत्महत्या मान रही थी, जबकि परिजन हत्या का आरोप लगा रहे थे. मामले में अब हत्या की पुष्टि हुई है. पुलिस ने चार लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है.
आवास में मिला था शव
घटना हरीपुर रेंज की ढाकाचाट वन चौकी पर 8 सितंबर को हुई. टाइगर रिजर्व हरीपुर रेंज में वाचर संदीप सिंह (27) तैनात थे. वह चौकी परिसर में बने एक आवास में बतौर संविदा कर्मी रहते थे. 8 सितंबर को संदीप का आवास ना खुलने पर दोपहर कुछ कर्मचारी दरवाजा खोलकर आवास पहुंचे. आवास के अंदर देखते ही सन्न रह गए. अंदर संदीप का शव खून से लथपथ पड़ा हुआ था, सूचना रेंज अफसरों और पुलिस को भी दी गई थी.
भाई ने कहा था हत्या हुई है
वाचर संदीप का शव उसके कमरे में बेड पर पड़ा था. उसके सीने पर फॉरेस्ट गार्ड प्रकाश की सरकारी रायफल रखी थी. सूचना पर पहुंचे संदीप के भाई राजेंद्र पाल सिंह ने भाई की हत्या का आरोप लगाया था. उनका कहना था कि संदीप पर पहले धारदार हथियार से वार किया गया है फिर उसकी हत्या की गई है. मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था. पुलिस इसे आत्महत्या मान रही थी.
पोस्टमार्टम में खुलासा
संदीप सिंह की मौत को पुलिस लगातार खुदकुशी बताती रही. शव का पोस्टमार्टम कराया गया. मौके से मिली सरकारी रायफल को भी पुलिस ने कब्जे में लिया था. राइफल की भी विधि विज्ञान प्रयोगशाला में जांच की गई. विशेषज्ञों ने इसे हत्या का मामला बताया और इसकी रिपोर्ट भी पुलिस को दी.
चार के खिलाफ मुकदमा
जांच रिपोर्ट में हत्या की पुष्टि होने पर पुलिस ने मृतक वाचर के भाई की तहरीर पर हरीपुर रेंज के वन रक्षक वसीम अली और तीन वन वाचरों त्रिभुवन सिंह, सियाराम और नेतराम पर हत्या की रिपोर्ट दर्ज कर ली है.
जल्द करेंगे गिरफ्तार
जानकारी देते हुए पूरनपुर कोतवाल एसके सिंह ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट और विधि विज्ञान प्रयोगशाला में जांच की गई थी. विशेषज्ञों ने इसे हत्या का मामला बताया है. इस पर मृतक के भाई की तहरीर पर एक वनरक्षक और तीन वाचरों के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई गई है. शीघ्र ही हत्यारों को गिरफ्तार कर किया जाएगा.