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शारदा नदी में बाढ़ का कहर, कई गांवों में लोगों को सता रहा कटान का डर

शारदा नहर के पानी से पिछले कई दिनों से कटान हो रहा है. ग्रामीणों का आरोप है कि नहर विभाग और जिला प्रशासन इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है.

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Published : Aug 19, 2021, 5:57 PM IST

Updated : Aug 19, 2021, 6:17 PM IST

पीलीभीत: जिले में शारदा नदी के कहर से ग्रामीण परेशान हैं. ऐसे में अधिकारियों की लापरवाही उनकी परेशानी को और बढ़ा रही है. शारदा नदी में बाढ़ के कारण, इसका पानी फसलों सहित कृषि भूमि का कटान करते हुए गांव की तरफ बढ़ रहा है. इतना ही नहीं करोड़ों रुपए की लागत से कराए गए विकास कार्य भी जलमग्न होने की कगार पर पहुंच गए हैं. ग्रामीणों का कहना है कि कटान शुरू होते ही संबंधित अधिकारियों को फोन पर बताया गया लेकिन समय से किसी अधिकारी ने बचाव कार्य शुरू नहीं कराया और हजारों एकड़ भूमि शारदा नदी में समा गयी.

कटान से परेशान ग्रामीण
थाना हजारा क्षेत्र के कई गांव कटान का दंश झेल रहे हैं. सर्वाधिक कटान प्रभावित गांव राणा प्रताप नगर औऱ श्रीनगर में शारदा नदी के पानी की वजह से हो रही है. नदी के कटान के कारण कृषि भूमि पर मक्के और गन्ने की फसल जलमग्न होने लगी हैं. इतना ही नहीं शारदा नदी का अधिकतर पानी आबादी की तरफ पहुंचने के कारण, पूर्व में कराए गए करोड़ों रुपए के विकास कार्य भी जलमग्न होने की कगार पर पहुंच गए हैं.


ये भी पढ़ें- 'भारत में तालिबान से ज्यादा क्रूरता, यहां रामराज नहीं, कामराज' : मुनव्वर राना

गांव में कटान देखते ग्रामीण
गांव में कटान देखते ग्रामीण

इसके साथ ही गांव राणा प्रताप नगर, श्रीनगर, कबीरगंज आदि में रहने वाले लोगों को बाढ़ का खतरा सताने लगा है. वहीं सैकड़ों एकड़ कृषि भूमि के कटान का भी खतरा मंडराने लगा है. पिछले साल शारदा नदी के भूमि कटान को रोकने के लिए राणा प्रताप नगर और श्रीनगर के भी कटर का निर्माण कराया गया था. इस कटर को भी शारदा नदी के बाढ़ के पानी ने धाराशाही कर दिया. मौके पर पहुंचे शारदा सागर खंड के एसडीओ डी एस खोलिया ने बताया कि ग्रामीणों की शिकायत मिलने के बाद मौके पर टीम को राहत कार्य के लिए लगाया गया है. ग्रामीणों को कटान से बचाने के लिए विभाग हर संभव प्रयास कर रहा है.

पीलीभीत: जिले में शारदा नदी के कहर से ग्रामीण परेशान हैं. ऐसे में अधिकारियों की लापरवाही उनकी परेशानी को और बढ़ा रही है. शारदा नदी में बाढ़ के कारण, इसका पानी फसलों सहित कृषि भूमि का कटान करते हुए गांव की तरफ बढ़ रहा है. इतना ही नहीं करोड़ों रुपए की लागत से कराए गए विकास कार्य भी जलमग्न होने की कगार पर पहुंच गए हैं. ग्रामीणों का कहना है कि कटान शुरू होते ही संबंधित अधिकारियों को फोन पर बताया गया लेकिन समय से किसी अधिकारी ने बचाव कार्य शुरू नहीं कराया और हजारों एकड़ भूमि शारदा नदी में समा गयी.

कटान से परेशान ग्रामीण
थाना हजारा क्षेत्र के कई गांव कटान का दंश झेल रहे हैं. सर्वाधिक कटान प्रभावित गांव राणा प्रताप नगर औऱ श्रीनगर में शारदा नदी के पानी की वजह से हो रही है. नदी के कटान के कारण कृषि भूमि पर मक्के और गन्ने की फसल जलमग्न होने लगी हैं. इतना ही नहीं शारदा नदी का अधिकतर पानी आबादी की तरफ पहुंचने के कारण, पूर्व में कराए गए करोड़ों रुपए के विकास कार्य भी जलमग्न होने की कगार पर पहुंच गए हैं.


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गांव में कटान देखते ग्रामीण
गांव में कटान देखते ग्रामीण

इसके साथ ही गांव राणा प्रताप नगर, श्रीनगर, कबीरगंज आदि में रहने वाले लोगों को बाढ़ का खतरा सताने लगा है. वहीं सैकड़ों एकड़ कृषि भूमि के कटान का भी खतरा मंडराने लगा है. पिछले साल शारदा नदी के भूमि कटान को रोकने के लिए राणा प्रताप नगर और श्रीनगर के भी कटर का निर्माण कराया गया था. इस कटर को भी शारदा नदी के बाढ़ के पानी ने धाराशाही कर दिया. मौके पर पहुंचे शारदा सागर खंड के एसडीओ डी एस खोलिया ने बताया कि ग्रामीणों की शिकायत मिलने के बाद मौके पर टीम को राहत कार्य के लिए लगाया गया है. ग्रामीणों को कटान से बचाने के लिए विभाग हर संभव प्रयास कर रहा है.

Last Updated : Aug 19, 2021, 6:17 PM IST
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