पीलीभीत: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घर-घर तक बिजली पहुंचाने के सपने को साकार करने के लिए सौभाग्य योजना का शुभारंभ किया. इसमें गरीबों को कम दरों पर बिजली देने के लिए मुफ्त बिजली कनेक्शन दिए जाने थे. साथ ही दिसंबर 2018 तक 2.48 करोड़ लोगों को कनेक्शन दिए जाने का लक्ष्य था. सरकार भले ही पूरे देश में तय लक्ष्य को समय सीमा में पूरी नहीं कर पाई हो लेकिन उसने जिले में तय किए गए लक्ष्य को पूरा कर लिया है. आइए जानते है सौभाग्य योजना के बारे में जिले के लोगों की राय...
- प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सौभाग्य योजना का शुभारंभ 2017 में किया था
- योजना के तहत पूरे देश में दिसंबर 2018 तक 2.48 करोड़ लोगों को कनेक्शन दिए जाने का लक्ष्य था
- जिले में 71681 लोगों को मुफ्त में बिजली कनेक्शन देने का था लक्ष्य
जब ईटीवी भारत ने लोगों से इस योजना के बारे में बात की तो उन्होंने योजना को काफी लाभकारी बताया. हालांकि कुछ लोगों को ज्यादा आने वाले बिल से परेशानी हो रही हैं लेकिन फिर भी उनका कहना है कि यह योजना काफी अच्छी है.
छात्रा बबली का कहना है कि बिजली न होने से उन्हें रात में पढ़ने में काफी समस्या होती थी. इसके अलावा अब उन्हें अंधेरे में काम नहीं करना पड़ता है. वहीं योजना के लाभार्थी लालाराम का कहना है कि सरकार की इस योजना से काफी लाभ है. अब बच्चों को रात में पढ़ने में आसानी होती है. साथ ही अब रात में काम करने में भी आसानी होती है.वहीं इस योजना के लाभार्थी घासीराम का कहना कि सरकार का यह कदम सराहनीय है लेकिन ज्यादा बिल आने से उन्हें काफी परेशानी हो रही है.
अधीक्षण अभियंता और इस योजना के सीओ मनोज पाठक ने बताया कि हमें सरकार द्वारा इस योजना के अंतर्गत 71681 लोगों को मुफ्त में बिजली कनेक्शन देने का टारगेट दिया गया था. जिसको हमने तय समय सीमा के अंदर पूरा कर लिया है.