पीलीभीतः सांसद वरुण गांधी ने ट्वीट के जरिए चुनावी चंदे पर निशाना साधा है. वरुण गांधी ने लिखा कि दिन-प्रतिदिन चुनाव महंगा होता जा रहा है. उन्होंने लिखा है कि महंगा होता चुनाव गरीब को लोकतंत्र के उत्सव से दूर करता है.
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चुनावी चंदे पर नियंत्रण जरूरी है!
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2009 के आम चुनावों में 2 अरब डॉलर खर्च हुए थे, और 2019 तक यह आँकड़ा 8.5 अरब डॉलर पार कर चुका है।
महँगा होता चुनाव न सिर्फ गरीब को लोकतंत्र के सबसे बड़े उत्सव से दूर करता है बल्कि उसकी निष्पक्षता भी प्रभावित करता है।
इस विषय पर मेरा लेख पढ़ें। pic.twitter.com/bjx9a6y4OO
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2009 के आम चुनावों में 2 अरब डॉलर खर्च हुए थे, और 2019 तक यह आँकड़ा 8.5 अरब डॉलर पार कर चुका है।
महँगा होता चुनाव न सिर्फ गरीब को लोकतंत्र के सबसे बड़े उत्सव से दूर करता है बल्कि उसकी निष्पक्षता भी प्रभावित करता है।
इस विषय पर मेरा लेख पढ़ें। pic.twitter.com/bjx9a6y4OOचुनावी चंदे पर नियंत्रण जरूरी है!
— Varun Gandhi (@varungandhi80) April 20, 2023
2009 के आम चुनावों में 2 अरब डॉलर खर्च हुए थे, और 2019 तक यह आँकड़ा 8.5 अरब डॉलर पार कर चुका है।
महँगा होता चुनाव न सिर्फ गरीब को लोकतंत्र के सबसे बड़े उत्सव से दूर करता है बल्कि उसकी निष्पक्षता भी प्रभावित करता है।
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दरअसल, सांसद वरुण गांधी ने गुरुवार को ट्विटर अकाउंट पर ट्वीट करते हुए लिखा कि चुनावी चंदे पर नियंत्रण जरूरी है. 2009 के आम चुनाव में 2 अरब डॉलर खर्च हुए थे और 2019 तक यह आंकड़ा 8.5 अरब डॉलर पार कर चुका है. महंगा होता चुनाव न सिर्फ गरीब को लोकतंत्र के सबसे बड़े उत्सव से दूर करता है बल्कि उसकी निष्पक्षता भी प्रभावित करता है. सांसद वरुण गांधी ने निकाय चुनाव नजदीक आने से पहले चुनावी चंदे को लेकर ट्वीट कर राजनीतिक माहौल गर्म कर दिया है. वरुण गांधी के इस ट्वीट की सियासी गलियारों में जमकर चर्चा हो रही है.
राजनीति की आड़ में पैसा कमाने पर हमलावर हुए थे वरुण
सांसद वरुण गांधी दो दिवसीय दौरे पर शनिवार और रविवार को पीलीभीत पहुंचे थे. संसदीय क्षेत्र में दो दिवसीय दौरे पर आए वरुण गांधी ने तमाम जनसभाओं को संबोधित कर राजनीति की आड़ में जनता के हितों को मारकर पैसा कमाने वाले नेताओं पर जमकर हमला बोला था. सांसद वरुण गांधी ने कई जनसभाओं को संबोधित करते हुए कहा था कि जो भी नेता जनता को झूठे वादे कर चुनाव जीत जाता है वह सबसे पहले अपनी गाड़ी बदलता है फिर एक बड़ा घर बनाता है. इन सभी चीजों की कीमत जनता को अपने सपने देकर चुकानी पड़ती है. सांसद वरुण गांधी ने जनसंवाद कार्यक्रमों को संबोधित कर ईमानदार नेताओं के हाथ मजबूत करने की अपील भी जनता से की थी.