पीलीभीत: जनपद में एक महीने में दो टाइगर की मौत से पीलीभीत टाइगर रिजर्व लगातार सुर्खियों में बना हुआ है. सीसीएफ बरेली ललित वर्मा ने कार्रवाई करते हुए एक फॉरेस्टर और दो वनकर्मियों को निलंबित कर दिया है.
दरअसल, बीते बुधवार को पीलीभीत टाइगर रिजर्व की महोफ रेंज और उत्तराखंड की सुरई रेंज की संयुक्त सीमा के पास एक बाघ का शव संदिग्ध परिस्थितियों में मिला. शव 10 दिन पुराना निकला. 1 महीने में लगातार दो टाइगर की मौत को लेकर ललित वर्मा पीलीभीत पहुंच गए. 8 से 10 दिन बाद दिखाई पड़े बाघ के शव के मामले में गस्त पर सवाल उठने लगे. सीसीएफ बरेली ने तत्काल प्रभाव से एक फॉरेस्टर समेत दो वनकर्मियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया.
पीलीभीत टाइगर रिजर्व प्रशासन की लापरवाही के चलते बरेली के सीसीएफ ललित वर्मा ने बरेली के डीएफओ भरत लाल और कंजरवेटर जावेद अख्तर को जांच कमेटी में नामित किया. सीसीएफ ने जांच रिपोर्ट 3 दिन में मांगी है, जिसको लेकर पीलीभीत टाइगर रिजर्व के आला-अधिकारियों में हड़कंप मचा हुआ है. बताया जा रहा है कि बहुत जल्द पीलीभीत टाइगर रिजर्व के प्रशासन के अधिकारियों पर भी गाज गिर सकती है.