पीलीभीत: एक बार फिर मंगलवार को जंगल से बाहर निकले बाघ ने खेत में काम कर रहे मजदूर पर हमला कर उसे अपना निवाला बना लिया. घटना के बाद बाघ मजदूर के शव को जंगल की ओर खींच ले गया. आसपास काम कर रहे लोगों की सूचना मिलने के बाद स्थानीय पुलिस व वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची. कड़ी मशक्कत के बाद जंगल के अंदर से मजदूर का शव बरामद किया गया.
माधोटांडा थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले जमुनिया गांव के रहने वाले तोताराम अपने साथ ही राम बहादुर और श्रीकृष्ण के साथ पूरन दीप नगर गांव के पास एक खेत में मजदूरी करने गए थे. जंगल के पास स्थित खेत में काम करते वक्त अचानक बाघ ने तोताराम पर हमला बोल दिया. देखते ही देखते अन्य मजदूरों के सामने बाघ तोताराम को जंगल की ओर खींच ले गया.
आसपास के लोगों द्वारा पूरे मामले की सूचना पुलिस व वन विभाग की टीम को दी गई. सूचना मिलने के बाद पुलिस और वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची. घटनास्थल पर काफी ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई थी. तमाम ग्रामीण मजदूर के शव को ढूंढने के लिए जंगल की ओर निकल पड़े. तलाश के दौरान जंगल के अंदर से ही मजदूर का शव बरामद हुआ.
मंगलवार को 6 दिन के अंदर बाघ ने दूसरी बार ग्रामीण पर हमला बोलकर उसे अपना निवाला बनाया. बाघ के हमले से 6 दिन के अंदर दो लोगों की मौत हो जाने के बाद स्थानीय लोग दहशत में हैं. ग्रामीण वन विभाग से बाघ को पकड़ने की मांग कर रहे हैं. सामाजिक वानिकी के डीएफओ संजीव कुमार का कहना है कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है. जंगल की तार फेंसिंग करने के लिए शासन को प्रस्ताव बनाकर पीटीआर द्वारा भेजा गया है.
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