पीलीभीत: जनपद के बीसलपुर इलाके से तांत्रिक की भेंट चढ़ने वाले एक बच्चे की मौत का मामला सामने आया है, जिसको लेकर पूरे इलाके में हड़कंप मचा हुआ है. तांत्रिक ने खजाना पाने के लिए लड़के की बलि दे दी, जिसकी खबर लगते ही परिवार में कोहराम मच गया. परिजनों की दी गई तहरीर के आधार पर पुलिस जांच में जुट गई है.
यह है पूरा मामला
- मामला बीसलपुर कोतवाली क्षेत्र के ग्राम पुरैनिया का है.
- पुरैनिया के रहने वाले प्रेम शंकर बीते 17 नवंबर को सुबह तालाब से सिंघाड़ा निकालने के लिए गया था.
- प्रेम शंकर के साथ उसके दो बेटे बाबूराम (2), अरुण (3) और बेटी सावित्री भी गई थी.
- प्रेम शंकर सिंघाड़ा निकालने के लिए तालाब में कूद गया और बच्चे बाहर बैठे रहे.
- जब प्रेमशकर तालाब के बाहर आया तो उसके बच्चे गायब मिले.
- प्रेम शंकर ने घर जाकर देखा तो पता चला सावित्री और बाबूराम घर पर मौजूद थे, लेकिन अरुण घर पर मौजूद नहीं था.
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- अरुण के बारे में घर में किसी को कोई जानकारी नहीं थी.
- परिजनों ने बच्चे को पूरे गांव में ढूंढा, लेकिन बच्चा नहीं मिला.
- परिजनों ने 18 तारीख की सुबह बच्चे की गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखवाई.
- रिपोर्ट लिखने के कुछ देर बाद ही बच्चे का शव तालाब के किनारे उतराता हुआ मिला.
- जानकारी पाकर सीओ बीसलपुर प्रवीण सिंह मलिक और बीसलपुर कोतवाल मनीराम भी घटनास्थल पर पहुंचे.
- बच्चे का शव देखकर सबकी आंखें खुली रह गईं, क्योंकि बच्चे की आंखें निकाल दी गईं थी.
परिजनों ने लगाया हत्या का आरोप
अरुण के परिजनों ने गांव के ही सुधीर गंगवार नामक युवक पर आरोप लगाया कि उसने अपने खेत में दबा खजाना पाने की लालच में तांत्रिक के साथ मिलकर अरुण की बलि दे दी. बच्चे की मौत बलि देने से ही हुई है, जिसके आधार पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है.
बच्चे की गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखाई गई थी, जिसके बाद दूसरे दिन बच्चे का शव मिला. वहीं परिजनों का आरोप है कि बच्चे की मौत तांत्रिक के चलते हुई है. साथ ही परिजनों ने आरोप लगाया कि उसके गांव के रहने वाले सुधीर गंगवार ने अपने खेत में दबे खजाने को पाने के लिए यह सब कराया है. फिलहाल पुलिस ने मुख्य आरोपी तांत्रिक और एक अन्य को छोड़कर बाकी सभी को गिरफ्तार कर लिया है.
- प्रवीण मलिक, सीओ, बीसलपुर