पीलीभीत: जनपद में बीसलपुर कोतवाली क्षेत्र के ग्राम मीरपुर वाहनपुर में झोलाछाप डॉक्टर ने ग्राम मुसेली निवासी एक ग्रामीण के बच्चे का जबरन इलाज किया. इस दौरान उसकी हालत बिगड़ गई और क्लीनिक पर ही बच्चे की मौत हो गई. इसके बाद झोलाछाप डॉक्टर ने अपने बचाव के लिए बच्चे के शव को जबरन बाहर निकाल कर सड़क पर रख दिया और अपनी दुकान में ताला डालकर रफूचक्कर हो गया. वहीं, मासूम की मौत से परिजनों में कोहराम मच गया और उन्होंने झोलाछाप डॉक्टर के कोतवाली में मुकदमा पंजीकृत कराया. पुलिस ने मृतक के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.
बीसलपुर कोतवाली क्षेत्र के ग्राम मुसेली निवासी हेतराम की पत्नी हीरा कली ने कोतवाली में दिए गए शिकायती पत्र में आरोप लगाते हुए कहा कि उसका 12 वर्षीय पुत्र अभय कुमार गुरुवार दोपहर सीढ़ी से गिरकर घायल हो गया था, जिससे उसके शरीर में चोट आई थी. इसके बाद परिजनों ने उसे बीसलपुर डॉक्टर के यहां इलाज कराने ले गए. वह जैसे ही मीरपुर ग्राम पहुंची वैसे ही सड़क के पास बैठे हुए एक झोलाछाप डॉक्टर ने उन्हें रोक लिया और जबरन अपनी क्लीनिक पर ले गया, जहां उसने उनके बच्चे को बोतल चढ़ाई और इंजेक्शन लगाया ऐसा करते ही उनके बच्चे की हालत बिगड़ गई और कुछ ही देर में उसने दम तोड़ दिया.
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इसी दौरान झोलाछाप डॉक्टर ने बच्चे के शव को अपनी क्लीनिक से बाहर निकल कर सड़क पर रख दिया और क्लीनिक का शटर बंद कर ताला डालकर भाग गया. इसके बाद परिजन सीधे कोतवाली बच्चे के शव को लेकर पहुंच गए और उन्होंने कोतवाली में प्रार्थना पत्र देकर उक्त झोलाछाप डॉक्टर के विरुद्ध मुकदमा पंजीकृत कराने की गुहार लगाई है.
वहीं, बीसलपुर कोतवाल नरेश कुमार त्यागी ने बताया है कि मृतक बच्चे की मां ने झोलाछाप डॉक्टर के खिलाफ तहरीर दी है. तहरीर के आधार पर जांच कर उचित कार्रवाई की जाएगी. जबकि पुलिस ने मृतक बच्चे के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.
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