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पीलीभीत टाइगर रिजर्व बना रहा एक ऐसा ऐप जो बताएगा बाघों की लोकेशन

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Published : Aug 9, 2019, 12:45 PM IST

पीलीभीत टाइगर रिजर्व एक ऐसा ऐप के निर्माण में लगा है, जो बाघों की लोकेशन को बताएगा, जिससे अचानक होने वाले हमलों से बचा जा सकेगा. बता दें कि अब तक बाघों के हमले से पीलीभीत में 25 लोगों की जान जा चुकी है.

पिंजरे में बंद बाघ.

पीलीभीत: टाइगर रिजर्व घोषित होने से पीलीभीत में बाघों के हमलों की घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही हैं. इसी को लेकर पीलीभीत टाइगर रिजर्व के आला अधिकारी काफी चिंतित हैं. बाघों के हमलों की रोकथाम के लिए पीलीभीत टाइगर रिजर्व एक ऐसा ऐप बनाने जा रहा है, जिससे एक क्लिक पर बाघों की लोकेशन मिल सकेगी और होने वाले हमले से भी बचा जा सकेगा.

जानकारी देते डीएफओ नवीन खण्डेलवाल.

पढ़ें:- प्रयागराज: बाइक सवार बदमाशों ने युवक को मारी गोली, हालत गंभीर

बाघों के हमले जा चुकी है इतने लोगों की जान

  • पीलीभीत टाइगर रिजर्व घोषित होने के बाद बाघों के हमले से अभी तक कुल 25 लोग की मौत हो चुकी है.
  • आपको बता दें कि 2014 में पीलीभीत टाइगर रिजर्व घोषित हुआ था.
  • 2016 में पहली बार बाघ के हमले में मेघनाथ निवासी नहदा की मौत हो गई थी.
  • बीती 20 जुलाई की टाइगर रिजर्व के इतिहास का सबसे बड़ा हमला हुआ, जिसमे नौ लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे.
  • इस हमले में एक की मौत भी हो गई थी, जबकि आठ लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे.
  • घटना के बाद गुस्साए ग्रामीणों ने घेरकर धरदार हथियार से हमलाकर बाघिन की हत्या कर दी थी.
  • लगातार बढ़ते बाघ के हमलों से परेशान पीलीभीत टाइगर रिजर्व के आला अधिकारी एक ऐप का निर्माण कर रहे हैं.
  • इस ऐप से एक क्लिक पर टाइगर की लोकेशन मिल सकेगी और होने वाले हमलों से भी बचा जा सकेगा.

पीलीभीत टाइगर रिजर्व एक ऐसे ऐप का निर्माण कर रहा है. जिससे टाइगर की लोकेशन पता चल सके. टाइगर रिजर्व के आसपास के गांवों में लगातार बढ़ रहे बाघ के हमले चिंता का विषय बन चुके थे. इसके बचाव के लिए ऐप बनाया जा रहा है. ऐप में एक क्लिक करने पर बाघ की लोकेशन को पता किया जा सकेगा और होने वाले हमले से बचा जा सकेगा.
नवीन खण्डेलवाल, डीएफओ

पीलीभीत: टाइगर रिजर्व घोषित होने से पीलीभीत में बाघों के हमलों की घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही हैं. इसी को लेकर पीलीभीत टाइगर रिजर्व के आला अधिकारी काफी चिंतित हैं. बाघों के हमलों की रोकथाम के लिए पीलीभीत टाइगर रिजर्व एक ऐसा ऐप बनाने जा रहा है, जिससे एक क्लिक पर बाघों की लोकेशन मिल सकेगी और होने वाले हमले से भी बचा जा सकेगा.

जानकारी देते डीएफओ नवीन खण्डेलवाल.

पढ़ें:- प्रयागराज: बाइक सवार बदमाशों ने युवक को मारी गोली, हालत गंभीर

बाघों के हमले जा चुकी है इतने लोगों की जान

  • पीलीभीत टाइगर रिजर्व घोषित होने के बाद बाघों के हमले से अभी तक कुल 25 लोग की मौत हो चुकी है.
  • आपको बता दें कि 2014 में पीलीभीत टाइगर रिजर्व घोषित हुआ था.
  • 2016 में पहली बार बाघ के हमले में मेघनाथ निवासी नहदा की मौत हो गई थी.
  • बीती 20 जुलाई की टाइगर रिजर्व के इतिहास का सबसे बड़ा हमला हुआ, जिसमे नौ लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे.
  • इस हमले में एक की मौत भी हो गई थी, जबकि आठ लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे.
  • घटना के बाद गुस्साए ग्रामीणों ने घेरकर धरदार हथियार से हमलाकर बाघिन की हत्या कर दी थी.
  • लगातार बढ़ते बाघ के हमलों से परेशान पीलीभीत टाइगर रिजर्व के आला अधिकारी एक ऐप का निर्माण कर रहे हैं.
  • इस ऐप से एक क्लिक पर टाइगर की लोकेशन मिल सकेगी और होने वाले हमलों से भी बचा जा सकेगा.

पीलीभीत टाइगर रिजर्व एक ऐसे ऐप का निर्माण कर रहा है. जिससे टाइगर की लोकेशन पता चल सके. टाइगर रिजर्व के आसपास के गांवों में लगातार बढ़ रहे बाघ के हमले चिंता का विषय बन चुके थे. इसके बचाव के लिए ऐप बनाया जा रहा है. ऐप में एक क्लिक करने पर बाघ की लोकेशन को पता किया जा सकेगा और होने वाले हमले से बचा जा सकेगा.
नवीन खण्डेलवाल, डीएफओ

Intro:पीलीभीत टाइगर रिजर्व घोषित होने से पीलीभीत में टाइगर हमले की घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही हैं जिसको लेकर पीलीभीत टाइगर रिजर्व के आला अधिकारी काफी चिंतित हैं, टाइगर हमले की रोकथाम के लिए पीलीभीत टाइगर रिजर्व एक ऐसा एप्प बनाने जा रहा है जिससे एक क्लिक पर टाइगर की लोकेशन मिल सकेगी,ओर होने वाले हमले से भी बचा जा सकेगा


Body:पीलीभीत टाइगर रिजर्व घोषित होने के बाद अभी तक कुल 25 लोग की मौत हो चुकी है आपके बतां दे 2014 में टाइगर रिजर्व घोषित होने के बाद 2016 में पहली बार बाघ के हमले में मेघनाथ निवासी नहदा की मौत हुई थी।

बीती 20 जुलाई की टाइगर रिजर्व के इतिहास का सबसे बड़ा हमला हुआ था जिसमे 9 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे, जिसमे से 1 लोगों की मौत भी हो चुकी थी, शेष 8 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे, जिसके बाद गुस्साये ग्रामीणों ने बाघिन को घेरकर उसकी धरदार हथियार से मारकर हत्या कर दी थी

लगातार बढ़ते बाघ के हमलों से परेशान पीलीभीत टाइगर रिजर्व के आलाधिकारी लोगों ने एक एप्प का निर्माण कर रहे हैं जिससे एक क्लिक पर टाइगर की लोकेशन मिल सकेगी ओर होने वाले हमलों से भी बचा जा सकेगा।


Conclusion:जानकारी देते हुए डीएफओ नवीन खण्डेलवाल ने बताया कि पीलीभीत टाइगर रिजर्व एक ऐसा अप्प का निर्माण कर रहा है जिसमें टाइगर रिजर्व के आस पास के गांवों में लगातार बढ़ रहे बाघ के हमले चिंता का विषय बन चुके थे जिसके बचाव के लिए अप्प बनाया जा रहा है जिसमे एक क्लिक करने पर बाघ की लोकेशन को पता किया जा सकेगा ओर होने वाले हमले से बचा जा सकेगा

बाइट- डीएफओ नवीन खण्डेलवाल
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