पीलीभीत: जनपद से सटे इंडो-नेपाल बॉर्डर पर नो मैंस लैंड जमीन पर नेपाल द्वारा किए जा रहे अतिक्रमण को लेकर इंडो-नेपाल बॉर्डर पर इंडिया और नेपाल के अधिकारियों के बीच खुले आसमान के नीचे बरसते पानी में बैठक हुई. बैठक के दौरान नो मैंस लैंड की जमीन पर दोनों देशों के अधिकारियों के बीच बातचीत हुई.
जनपद के थाना हजारा क्षेत्र का एक भाग नेपाल से मिलता है. यहां पर दोनों देशों के बीच की नो मैंस लैंड जमीन पर नेपाल द्वारा कराए जा रहे अतिक्रमण को लेकर दोनों देशों के अधिकारियों ने बैठक की. दरअसल, पिछले कई दिनों पहले नो मैंस लैंड जमीन पर नेपाल द्वारा जबरन रोड बनाई जा रही थी, जिस पर दोनों देशों के अधिकारी आमने-सामने आ गए थे. स्थानीय पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों ने एसएसबी के साथ मौके पर पहुंचकर नेपाल द्वारा बनाई जा रही सड़क निर्माण कार्य को रोक दिया था. इसके बाद दोनों देशों के अधिकारियों ने बैठक करने का निर्णय लिया था.
नेपाल के कंचनपुर जनपद के अधिकारियों के साथ पीलीभीत के नए जिलाधिकारी पुलकित खरे और पुलिस अधीक्षक जयप्रकाश यादव ने लखीमपुर खीरी की एसएसबी पोस्ट कमलापुरी में इंडो-नेपाल बॉर्डर पर खुले आसमान के नीचे बरसते पानी में बैठक की. बैठक के दौरान पीलीभीत के प्रशासनिक अधिकारी के साथ-साथ लखीमपुर खीरी के प्रशासनिक अधिकारियों के साथ पड़ोसी देश नेपाल के कंचनपुर के मुख्य विकास अधिकारी समेत शाही सेना मौजूद रही.
आपको बता दें दोनों देश के बीच नो मैंस लैंड जमीन बनी हुई है, जिसमें दोनों देश के द्वारा किसी भी तरह का कोई भी निर्माण कार्य नहीं कराया जा सकता है. वहीं पड़ोसी देश नेपाल के द्वारा अक्सर कर नो मैंस लैंड जमीन पर कब्जा करने की बात सामने आती रहती है.