पीलीभीत: जिले में किसान मजदूर संगठन के नेता वीएम सिंह ने समर्थकों के साथ कई गांवों का दौरा किया. उन्होंने किसानों को संबोधित भी किया. उन्होंने किसानों से कृषि कानूनों के विरोध में चल रहे आंदोलनों को मजबूत करने के लिए अपील की.
कई गांवों में जनसभाओं को संबोधित करते हुए सरदार वीएम सिंह ने कहा कि 26 जनवरी के बाद पूरे प्रदेश में जब आंदोलन हिंसक हो गया था, तब हमने कहा था कि आंदोलन वही रहेगा सिर्फ उसका स्वरूप बदलेगा. हमने गांव-गांव जाकर आंदोलन का स्वरूप बदला. सरकार एमएसपी पर काला कानून वापस करे और एमएसपी खरीद पर कानून बनाए. बीएम सिंह ने कहा कि 450 रुपये गन्ने का रेट हो. मनरेगा को खेती के साथ जोड़ा जाए. साथ ही उन्होंने कहा कि कोरोना के कारण देश में मंदी आई है. मंदी के कारण जिसके पास नौकरी थी, उसकी नौकरी चली गई. किसान का गुजारा बहुत मुश्किल से हो रहा है. धान 12 सौ रुपये से 13 सौ रुपये तक बिका. धान खरीद में लूट हुई. किसानों का 10 हजार रुपये एकड़ पर नुकसान हुआ.
बिना नाम लिए साधा निशाना
वीएम सिंह ने बगैर नाम लिए तंज कसते हुए किसान नेता नरेश टिकैत पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि बड़ा अच्छा लगता है जब लोग किसानों का नाम लेकर बंगाल घूमने जाते हैं. जबकि यहां के किसानों को भी दिक्कत है. उनको यहां भी आना चाहिए. किसानों को गेहूं की फसल पर 8 से 10 हजार रुपये एकड़ का घाटा हो रहा है. एमएसपी पर एक-एक दाना जब तक नहीं तुल जाता है. तब तक आंदोलन जारी रहेगा.