पीलीभीत: बरखेड़ा क्षेत्र में एक परिवार ने बरखेड़ा पुलिस के खिलाफ अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू कर दी. पीड़ित पक्ष ने खुद की ओर से पूर्व में दर्ज कराई गई रिपोर्ट में आरोपियों की गिरफ्तारी के साथ ही साथ बरखेड़ा थानाध्यक्ष पर कार्रवाई और परिवार के सदस्यों पर लिखी फर्जी रिपोर्ट की जांच कराने की मांग को लेकर यह हड़ताल शुरू की है. पीड़ित परिवार मुख्यालय के नेहरू पार्क में भूख हड़ताल पर बैठ गया. सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने परिवार को समझाया, लेकिन परिवार मानने को तैयार नहीं है.
पीड़ित परिवार के साथ मारपीट
कोतवाली क्षेत्र के टनकपुर हाईवे पर नेहरू पार्क में एक परिवार भूख हड़ताल पर बैठ गया है. ग्राम सहपुरा के रहने वाले उषा देवी और उनके पिता हुलासी राम और भाभी आशा देवी धरने पर बैठी हैं. उषा देवी ने बताया कि उनके भतीजे राजू की साल 2010 में हत्या हुई थी, जिसकी रिपोर्ट गांव के ही कुछ लोगों के खिलाफ 1 साल बाद 2011 में कोर्ट के आदेश पर लिखी गई थी. रिपोर्ट लिखने के चलते पीड़ित परिवार की दूसरे पक्ष से रंजिश चल रही थी. बीते 11 अक्टूबर को पीड़ित परिवार के साथ मारपीट की गई, जिसकी एफआईआर थाने में दर्ज है.
धरने पर बैठे परिवार के मुखिया हुलासी राम ने बताया कि बरखेड़ा पुलिस सही तरह से कार्रवाई नहीं कर रही है, जिसके चलते हमें इंसाफ नहीं मिल पा रहा है. बरखेड़ा पुलिस ने दूसरे पक्ष से सांठ-गांठ करते हुए हमारे परिवार के लड़कों पर फर्जी मुकदमे लिख दिए. हमारा परिवार आज हड़ताल पर बैठा हुआ है. हमें जब तक इंसाफ नहीं मिल जाता, तब तक हम लोग अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठे रहेंगे.
बरखेड़ा थानाध्यक्ष बृज किशोर मिश्रा ने बताया कि धरने पर बैठा परिवार आपराधिक प्रवृत्ति का है, जिनके खिलाफ पहले भी कई मुकदमे दर्ज हैं. परिवार इस तरह का धरना प्रदर्शन कर पुलिस को जबरन झूठी कार्रवाई करने के लिए कह रहा है. फिलहाल पुलिस निष्पक्ष जांच कर रही है.