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पीलीभीत टाइगर रिजर्व में बाघ के शावक का शव मिला, इस साल अब तक 3 बाघों की हो चुकी है मौत

पीलीभीत टाइगर रिजर्व में गुरुवार को बाघ के एक शावक का शव पड़ा मिला. जिसके बाद वन विभाग में हड़कम्प मच गया. साल 2021 में पीलीभीत में यह टाइगर की तीसरी मौत है.

पीलीभीत टाइगर रिजर्व
पीलीभीत टाइगर रिजर्व
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Published : Jun 18, 2021, 5:25 AM IST

पीलीभीत: टाइगर रिजर्व की हरीपुर रेंज में गुरुवार को बाघ के शावक का शव देखे जाने के बाद हड़कंप मच गया. सूचना मिलने के बाद तमाम आला अधिकारी घटनास्थल पर पहुंच गए.


टाइगर रिजर्व जहां देश में टाइगर की ब्रीडिंग सेंटर के नाम से अपनी जगह बना चुका है वहीं दूसरी तरफ पीलीभीत टाइगर रिजर्व का छोटा क्षेत्रफल अब बाघों की कबरगाह बनता जा रहा है. भले ही अधिकारी और कर्मचारी वन्य जीवन की सुरक्षा के लिए रात दिन मुस्तैद रहते हैं, लेकिन प्रकृति आगे वो भी बेबस हैं. गुरुवार 17 जून को हरीपुर रेंज की जटपुरा बीट में शाम 4 बजे लगभग एक साल का शावक काशव गश्त करने वाली टीम को दिखाई दिया. जिसके बाद रेंज अधिकारी द्वारा पीटीआर के उच्च अधिकारी को सूचना दी गई मौके पर डिप्टी डायरेक्टर और माल एसडीओ, रेंजर पहुंचे और छानबीन शुरू कर दी. आसपास देखने पर पता लगा कि आपसी संघर्ष में इस शावक की जान गई है. अधिकारियों ने बताया कि इसी इलाके में एक और नर बाघ विचरण कर रहा है, जो मादा बाघिन से मिलन की चाह में उसके शावकों को भी मार सकता है. संभवत उसी नर बाघ से संघर्ष में शावक की जान गई है.

बीते माह भी एक बाघिन का शव माला रेंज के भैरव चौकी के पीछे माला बीट में मिला था, जबकि एक बाघिन की पीलीभीत माधोटांडा मार्ग पर भारी वाहन की टकरा से मौत हो गई थी. 2021 में पीलीभीत में यह टाइगर की तीसरी मौत है.

पीलीभीत टाइगर रिजर्व के डिप्टी डायरेक्टर नवीन खंडेलवाल ने बताया कि जिस एरिया में यह घटना हुई है उस एरिया में एक मादा बाघिन अपने तीन शावकों के साथ विचरण करती है. जबकि, मृतक शावक के आसपास एक बड़े बाघ की मौजूदगी भी देखी गई है. संभवत आपसी संघर्ष में शावक की मौत हुई है. उस क्षेत्र में 6 कैमरे लगाए जा रहे हैं. पोस्टमार्टम के बाद शावक की मौत का कारण स्पष्ट हो सकेगा.

इसे भी पढ़ें :UP Politics: बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव और संगठन महामंत्री सुनील बंसल पहुंचे दिल्ली

पीलीभीत: टाइगर रिजर्व की हरीपुर रेंज में गुरुवार को बाघ के शावक का शव देखे जाने के बाद हड़कंप मच गया. सूचना मिलने के बाद तमाम आला अधिकारी घटनास्थल पर पहुंच गए.


टाइगर रिजर्व जहां देश में टाइगर की ब्रीडिंग सेंटर के नाम से अपनी जगह बना चुका है वहीं दूसरी तरफ पीलीभीत टाइगर रिजर्व का छोटा क्षेत्रफल अब बाघों की कबरगाह बनता जा रहा है. भले ही अधिकारी और कर्मचारी वन्य जीवन की सुरक्षा के लिए रात दिन मुस्तैद रहते हैं, लेकिन प्रकृति आगे वो भी बेबस हैं. गुरुवार 17 जून को हरीपुर रेंज की जटपुरा बीट में शाम 4 बजे लगभग एक साल का शावक काशव गश्त करने वाली टीम को दिखाई दिया. जिसके बाद रेंज अधिकारी द्वारा पीटीआर के उच्च अधिकारी को सूचना दी गई मौके पर डिप्टी डायरेक्टर और माल एसडीओ, रेंजर पहुंचे और छानबीन शुरू कर दी. आसपास देखने पर पता लगा कि आपसी संघर्ष में इस शावक की जान गई है. अधिकारियों ने बताया कि इसी इलाके में एक और नर बाघ विचरण कर रहा है, जो मादा बाघिन से मिलन की चाह में उसके शावकों को भी मार सकता है. संभवत उसी नर बाघ से संघर्ष में शावक की जान गई है.

बीते माह भी एक बाघिन का शव माला रेंज के भैरव चौकी के पीछे माला बीट में मिला था, जबकि एक बाघिन की पीलीभीत माधोटांडा मार्ग पर भारी वाहन की टकरा से मौत हो गई थी. 2021 में पीलीभीत में यह टाइगर की तीसरी मौत है.

पीलीभीत टाइगर रिजर्व के डिप्टी डायरेक्टर नवीन खंडेलवाल ने बताया कि जिस एरिया में यह घटना हुई है उस एरिया में एक मादा बाघिन अपने तीन शावकों के साथ विचरण करती है. जबकि, मृतक शावक के आसपास एक बड़े बाघ की मौजूदगी भी देखी गई है. संभवत आपसी संघर्ष में शावक की मौत हुई है. उस क्षेत्र में 6 कैमरे लगाए जा रहे हैं. पोस्टमार्टम के बाद शावक की मौत का कारण स्पष्ट हो सकेगा.

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