पीलीभीतः जिले में शनिवार को मोहर्रम के दसवीं का जुलूस और कांवड़ यात्रा आमने-सामने आने से विवाद हो गया. इस दौरान कांवड़ियों को रास्ते से किनारे करने के दौरान एक दारोगा ने कांवड़िए को थप्पड़ जड़ दिया. इसके बाद मौके पर पथराव शुरू हो गया. इसमें मौके पर मौजूद सीओ घायल हो गए, उनके सिर पर चोट लग गई. घटना की जानकारी पर एसपी और डीएम सहित तमाम प्रशासनिक अधिकारी भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे. दोनों पक्षों को समझाकर मामला शांत कराया गया और ताजिए को सुपुर्द-ए-खाक कराया गया.
दरअसल, जहानाबाद थाना क्षेत्र में शनिवार को ताजिए का जुलूस निकल रहा था. इसी दौरान मोहर्रम के आखिरी जुलूस में ताजिए सुपुर्द-ए-खाक के लिए जा रहे थे. क्षेत्र के खमरिया पुल के पास कांवड़ियों के कुछ जत्थे भी कांवड़ यात्रा के लिए इकट्ठे हुए थे. वहां, ताजिए को रखने और डीजे पर डांस करने को लेकर दोनों पक्षों में तनाव हो गया. कांवड़ियों को रास्ते से हटाने को लेकर एक दारोगा ने कांवड़िए को थप्पड़ मार दिया, जिससे मौके पर हंगामा शुरू हो गया. देखते ही देखते वहां पथराव शुरू हो गए. पथराव में सीओ जहानाबाद प्रतीक दहिया के सिर पर चोट लग गई और वो घायल हो गए. मौके पर हंगामा बढ़ता देख कई थानों की फोर्स लगा दी गई.
कावड़ियों द्वारा रास्ता न दिए जाने पर दूसरे पक्ष के लोगों ने ताजिया सड़क पर रखकर कई घंटों तक जाम लगाए रखा. इस दौरान पुलिस अधिकारी दोनों पक्षों को समझा-बुझाकर मामला शांत कराने के प्रयास में लगे रहे. लेकिन, कोई भी पीछे हटने को तैयार नहीं था. अंत में पुलिस ने लाठी फटकारकर भीड़ को खदेड़ा. घटना की गंभीरता को देखते हुए बरेली मंडल के कमिश्नर सौम्या अग्रवाल और आईजी राकेश सिंह भी पीलीभीत पहुंच गए. देखते ही देखते पूरा इलाका छावनी में तब्दील हो गया. इसके बाद ताजियों को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच सुपुर्द-ए-खाक कराया गया. एसपी अतुल शर्मा ने बताया कि मौके पर शांति व्यवस्था कायम है.
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