पीलीभीतः जिले में खाकी वर्दी पर एक बार फिर दाग लगा है। एंटी करप्शन की टीम ने सामूहिक दुष्कर्म के मामले में आरोपी से रिश्वत लेते दारोगा को रंगे हाथों गिरफ्तार किया है. दरोगा के खिलाफ सुनगढ़ी थाने में केस दर्ज कर विधिक कार्रवाई की गई. एंटी करप्शन द्वारा की गई कार्रवाई से पुलिस महकमें में हड़कंप मच गया है.
दरअसल अमरिया थाने में अल्मोड़ा जनपद के रहने वाले तीन व्यापारियों के खिलाफ न्यायालय के आदेश पर करीब एक माह पहले सामूहिक दुष्कर्म समेत गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ था. इस मामले की जांच थाने में तैनात दरोगा महेंद्र सिंह यादव कर रहे थे. आरोप है कि आरोपी से दारोगा ने मुकदमे में मदद करने के नाम से रिश्वत मांगी थी. जिसकी शिकायत पीड़ित ने बरेली एंटी करप्शन की टीम से की थी. शिकायत के आधार पर सोमवार को एंटी करप्शन की टीम मौके पर पहुंची और दरोगा को 20 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया.
दरोगा महेंद्र सिंह यादव को हिरासत में लेने के बाद एंटी करप्शन की टीम दरोगा को सुनगढ़ी थाने लेकर पहुंची. यहां दरोगा के खिलाफ कागजी कार्रवाई की जा रही है. पीड़ित व्यापारी अजय पांडे ने बताया कि उनके साथी मनोज और राधेश्याम का अमरिया थाना क्षेत्र के रहने वाले एक व्यक्ति से पैसों के लेनदेन को लेकर विवाद चल रहा था. पूरे मामले में उक्त व्यक्ति ने ही तीनों व्यापारियों के खिलाफ गैंगरेप का झूठा मामला दर्ज करा दिया था.
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