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पीलीभीत: कस्तूरबा गांधी विद्यालय में न तो मिलता है खाना, बच्चों से धुलवाए जाते हैं बर्तन

उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले के कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में जिलाधिकारी निरीक्षण के लिए पहुंचे. वहां पहुंचकर उन्होंने देखा कि बच्चे पढ़ने की जगह बर्तन धुल रहे थे. यही नहीं बच्चों से यह काम रोज कराई जाती है और खाने के लिए पर्याप्त खाना भी नहीं दिए जाते.

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Published : Aug 31, 2019, 9:34 AM IST

बर्तन धुलते हुए बच्चे

पीलीभीत: पूरे प्रदेश में शिक्षा व्यवस्था पूरी तरह से चरमराई हुई दिख रही है. कहीं बच्चों को खाने में नून रोटी दिया जा रहा तो कहीं बच्चों के खाने में कीड़े निकल रहा है. ऐसा ही कुछ मामला पीलीभीत में भी देखने को मिला है जहां पर बच्चों को स्कूल पढ़ने के लिए भेजा जाता है लेकिन यहां पर बच्चे पढ़ने के बजाय अपने बर्तन धोते हुए दिखाई दे रहे थे. विडंबना तो यह देखने को मिली जब डीएम वैभव श्रीवास्तव के सामने भी बच्चे बर्तन धुलते दिखाई दे रहे थे.

निरीक्षण के लिए स्कूल पहुंचे जिलाधिकारी.

पढ़ाई के नाम पर बच्चों से कराया जा रहा आया का काम

  • यह मामला पीलीभीत जिले के बेसिक शिक्षा विभाग से कुछ दूरी पर स्थित कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय का है.
  • जहां जिलाधिकारी वैभव श्रीवास्तव निरीक्षण पर गए थे, निरीक्षण पर कई तरह की खामियां देखने को मिलीं.
  • बच्चों को दिए जाने वाले सामानों से लेकर खाद्यान्न तक के घोटाला देखने को मिला.
  • इतना ही नहीं जब जिलाधिकारी निरीक्षण पर विद्यालय की दूसरी मंजिल पर गए तो पीछे जाकर देखा बच्चे हैंडपंप पर बर्तन धुल रहे थे.

इसे भी पढ़ें:- पीलीभीत: कस्तूरबा गांधी विद्यालय के राशन में मिले कीड़े

  • यह कैसी शिक्षा व्यवस्था है जहां बच्चे पढ़ने के बजाय बर्तन धोते हुए दिखाई दे रहे थे.
  • स्कूल प्रशासन के इस हिम्मत से हर कोई आश्चर्य है कि डीएम के निरीक्षण के दौरान भी बच्चे बर्तन धुल रहे थे.
  • जिलाधिकारी ने बच्चों से पूछा कि आप लोग रोज बर्तन धोते हैं तो बच्चों ने जवाब देते हुए कहा कि " हां सर हमलोग रोज बर्तन धोते हैं "
  • यहीं नहीं बच्चे बिना साबुन के ही रोज बर्तन धुलते है और उसी बर्तन में खाना खाते हैं.

इस कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में बहुत खामियां है जिसको लेकर बीएसए समेत जिला समन्वयक दोनो से स्पष्टीकरण मांगा जा रहा है, ओर आगे विधिक कार्यवाही भी की जाएगी.
- वैभव श्रीवास्तव, जिलाधिकारी

पीलीभीत: पूरे प्रदेश में शिक्षा व्यवस्था पूरी तरह से चरमराई हुई दिख रही है. कहीं बच्चों को खाने में नून रोटी दिया जा रहा तो कहीं बच्चों के खाने में कीड़े निकल रहा है. ऐसा ही कुछ मामला पीलीभीत में भी देखने को मिला है जहां पर बच्चों को स्कूल पढ़ने के लिए भेजा जाता है लेकिन यहां पर बच्चे पढ़ने के बजाय अपने बर्तन धोते हुए दिखाई दे रहे थे. विडंबना तो यह देखने को मिली जब डीएम वैभव श्रीवास्तव के सामने भी बच्चे बर्तन धुलते दिखाई दे रहे थे.

निरीक्षण के लिए स्कूल पहुंचे जिलाधिकारी.

पढ़ाई के नाम पर बच्चों से कराया जा रहा आया का काम

  • यह मामला पीलीभीत जिले के बेसिक शिक्षा विभाग से कुछ दूरी पर स्थित कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय का है.
  • जहां जिलाधिकारी वैभव श्रीवास्तव निरीक्षण पर गए थे, निरीक्षण पर कई तरह की खामियां देखने को मिलीं.
  • बच्चों को दिए जाने वाले सामानों से लेकर खाद्यान्न तक के घोटाला देखने को मिला.
  • इतना ही नहीं जब जिलाधिकारी निरीक्षण पर विद्यालय की दूसरी मंजिल पर गए तो पीछे जाकर देखा बच्चे हैंडपंप पर बर्तन धुल रहे थे.

इसे भी पढ़ें:- पीलीभीत: कस्तूरबा गांधी विद्यालय के राशन में मिले कीड़े

  • यह कैसी शिक्षा व्यवस्था है जहां बच्चे पढ़ने के बजाय बर्तन धोते हुए दिखाई दे रहे थे.
  • स्कूल प्रशासन के इस हिम्मत से हर कोई आश्चर्य है कि डीएम के निरीक्षण के दौरान भी बच्चे बर्तन धुल रहे थे.
  • जिलाधिकारी ने बच्चों से पूछा कि आप लोग रोज बर्तन धोते हैं तो बच्चों ने जवाब देते हुए कहा कि " हां सर हमलोग रोज बर्तन धोते हैं "
  • यहीं नहीं बच्चे बिना साबुन के ही रोज बर्तन धुलते है और उसी बर्तन में खाना खाते हैं.

इस कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में बहुत खामियां है जिसको लेकर बीएसए समेत जिला समन्वयक दोनो से स्पष्टीकरण मांगा जा रहा है, ओर आगे विधिक कार्यवाही भी की जाएगी.
- वैभव श्रीवास्तव, जिलाधिकारी

Intro:exclusive NEWS

पूरे प्रदेश में शिक्षा व्यवस्था पूरी तरह से चरमराई हुई दिख रही है कहीं बच्चों को खाने में नून रोटी दिया जा रहा कहीं बच्चों के खाने में कीड़े निकल रहे तो कभी राशन में कीड़े निकल रहे ऐसा ही कुछ मामला पीलीभीत मैं भी देखने को मिला है जहां पर बच्चों को स्कूल पढ़ने के लिए भेजा जाता है लेकिन यहां पर बच्चे पढ़ने के बजाय अपने बर्तन धोते हुए दिखाई दे रहे हैं और विडंबना तो देखिए डीएम वैभव श्रीवास्तव के सामने भी बच्चे बर्तन धुलते दिखाई दे रहे आखिर यह कैसी शिक्षा व्यवस्था जिस पर एक जिलाधिकारी का भी जोर नही...


Body:जी हां हम बात कर रहे हैं पीलीभीत जिले के बेसिक शिक्षा विभाग से चंद कदमों की दूरी पर स्थित कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय की जहां पर जिलाधिकारी वैभव श्रीवास्तव निरीक्षण पर गए थे निरीक्षण पर कई तरह की खामियां देखने को मिली खामियों में बच्चों को दिए जाने वाले सामानों से लेकर खाद्यान्न तके घोटाला देखने को मिला,

इतना ही नहीं जब जिलाधिकारी वैभव श्रीवास्तव निरीक्षण पर विद्यालय की दूसरी मंजिल पर गए तो पीछे जाकर देखा बच्चे हैंडपंप पर बर्तन धूल रहे हैं, आखिर यह कैसी शिक्षा व्यवस्था जहां पर एक विद्यालय में बच्चे पढ़ने जाते हैं लेकिन यहां पर बच्चे एक आया का काम करते हुए बर्तन धोते हुए दिखाई दे रहे हैं और हिम्मत तो देखिए स्कूल प्रशासन की, कि डीएम के निरीक्षण के दौरान भी बच्चे बर्तन धुल रहे, और स्कूल प्रशासन डीएम के निरीक्षण से भी नहीं डरा और रोज की तरह निरीक्षण के दौरान में बर्तन बच्चे धुलते रहे

बर्तन धूल रहे बच्चों से जिलाधिकारी ने जब इसका सवाल पूछा कि आप लोग रोज बर्तन धोते हैं जिस पर बच्चों ने जवाब देते हुए कहा कि " हां सर हम लोग रोज बर्तन धोते हैं " जब गंदे बर्तनों को गंदी तरह धुलता देख डीएम वैभव श्रीवास्तव ने पूछा कि आप लोग बिना साबुन से ही बर्तन धुल ते हैं तो बच्चों ने कहा " जी सर हम लोगों को कोई भी साबुन नहीं मिलता जिसके चलते हम लोग ऐसे ही बर्तन हमेशा धुलते आए हैं "


Conclusion:जिलाधिकारी वैभव श्रीवास्तव ने ईटीवी से बातचीत करते हुए बताया कि इस कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में बहुत खामियां है जिसको लेकर बीएसए समेत जिला समन्वयक दोनो से स्पष्टीकरण मांगा जा रहा है, ओर आगे विधिक कार्यवाही भी की जाएगी

बाइट- जिलाधिकारी वैभव श्रीवास्तव
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