पीलीभीत : बीजेपी सांसद वरुण गांधी रविवार को अपने एक दिवसीय दौरे पर पीलीभीत पहुंचे. इस दौरान उन्होंने शहर के बारात घर में जन सभा को संबोधित किया. वरुण गांधी ने संबोधन के समय अपनी ही पार्टी की सरकार पर हमला बोला. इसके अलावा उन्होंने जन समस्याओं को सुनकर उनका निस्तारण करने के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया. वरुण गांधी ने कहा कि मैं सांसद इसलिए नहीं बना कि मंच की बात को आप तक पहुंचाऊं, बल्कि लोगों की बात को मंच से बोलने के लिए सांसद बना हूं.
बीजेपी सांसद वरुण गांधी ने कहा कि जब देश की बेरोजगारी खत्म होगी, बेटा-बेटियों को रोजगार मिलेगा. उस दौर में वरूण गांधी बेरोजगारी की बात करना बंद कर देंगे. उन्होंने कहा कि देश में इस समय 10 सरकारी नौकरियों में से 7 संविदा पर रेवड़ी की तरह बांटी जा रही हैं. काम पूरा हो जाने के बाद संविदा पर रखे गए कर्मचारियों को गाजर-मूली की तरह फेंक दिया जाता है. दो-चार हजार रुपये के वेतन पर इन कर्मचारियों से 12-12 घंटा काम लिया जाता है. अगर मैं इन संविदा कर्मचारियों की आवाज नहीं उठा सकता, तो मैं राष्ट्र का झंडा उठाने का संकल्प भी नहीं ले सकता हूं.
वरुण गांधी ने कहा कि मैं भ्रष्टाचार के खिलाफ बोलता हूं, क्योंकि ईमानदारी और राष्ट्रभक्ति सगी बहने हैं. अगर इमानदारी नहीं होगी तो राष्ट्रभक्ति भी नहीं होगी. जो लोग कमीशन खाते हैं, वह कभी राष्ट्रभक्ति की बात नहीं कर सकते. क्योंकि वह खुद दूसरों का हक छीन रहे हैं. मैं राजनीति में इसलिए नहीं आया कि राजनीति एक पेशा है, बल्कि मैं राजनीति में राष्ट्र की मिट्टी की खुशबू का मान सम्मान बचाने के लिए आया हूं. मैं राजनीति में इसलिए आया हूं कि अगर कोई हिंदुस्तान को अंदर से तरह दीमक की तरह खा रहा है, तो मैं नाम लेकर बोल सकूं.
पीएम मोदी पर साधा निशाना
वरुण गांधी ने संबोधन के समय पीएम मोदी पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने बीते दिनों कहा था कि वह हर साल 10 लाख नौकरियां देंगे. वरुण ने कहा कि मैं 10 लाख नौकरियां देने के लिए पीएम मोदी को धन्यवाद देता हूं. लेकिन 10 लाख नौकरियां पैदा करना बाद का विषय है. सरकार पहले एक करोड़ खाली पड़े पदों की भर्ती करे, तब 10 लाख नौकरियां पैदा करने के विषय पर विचार करे. उन्होंने कहा कि कोरोना काल बीतने के बाद एक भी नई भर्ती स्वास्थ्य विभाग में नहीं हुई, ना तो कोई डॉक्टर भर्ती हुआ और ना ही कंपाउंडर भर्ती हुआ है. ऐसे में अगर कोराना दोवारा वापस लौट आता है, तो हम उससे कैसे निपट पाते. करोना काल में युवाओं ने जी तोड़ मेहनत की उन्हें परमानेंट करने का आश्वासन भी दिया गया. लेकिन अब तक परमानेंट नहीं किया गया. उन्होंने कहा कि देश में हिंदू-मुस्लिम व बंटवारे की राजनीति हावी है. असल मुद्दों पर बात नहीं होती है, आखिर कब तक जनता राम-रहीम पर वोट देती रहेगी.
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