पीलीभीत: देश के अलग-अलग हिस्सों में मंदिर और म्यूजियम में रखी मूर्ति गायब होने के किस्से आपने खूब सुने होंगे. लेकिन पीलीभीत में एक ऐसा हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है, जहां थाने में रखी गौतम बुध की अष्ट धातु से बनी मूर्ति रहस्यमई ढंग से गायब हो गई. न्यायालय ने जब मुकदमा की सुनवाई के दौरान मूर्ति को पेश करने का आदेश जारी किया तो थाने परिसर में ही मूर्ति की तलाश शुरू की गई. जब मूर्ति नहीं मिली तो पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया. आनन-फानन में तत्कालीन हेड मोहर्रिर समेत कई पुलिसकर्मियों पर एफआईआर दर्ज की गई है.
एसपी अतुल शर्मा के मुताबिक, वर्ष 2006 में पूरनपुर थाने में सीआरपीसी की धारा 41/102 और 30 प्राचीन स्मारक और पुरातत्व अधिनियम से संबंधित एक मामला पंजीकृत हुआ था, जिसमें गौतम बुद्ध की अष्टधातु की मूर्ति थाने के माल खाने में जमा कराई गई थी. इस पूरे मामले में सुनवाई के दौरान जब न्यायालय ने मूर्ति को प्रस्तुत करने के निर्देश दिए तो थाने में तैनात वर्तमान हेड मोहर्रिर वीरेंद्र सिंह ने थाने पर गौतम बुध की अष्ट धातु से बनी मूर्ति को खोजना शुरू किया. अभिलेखों के आधार पर जानकारी मिली कि पूर्व में तैनात रहे हेड मोहर्रिर राजकुमार और रमेश सक्सेना द्वारा मूर्ति को चार्ज में नहीं दिया गया. पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए पीलीभीत के एसपी अतुल शर्मा ने एक टीम गठित कर मूर्ति को तलाशने के दिशा निर्देश जारी किए है.
एसपी ने आगे कहा कि गठित टीम द्वारा भी मुर्ती को काफी खोजा गया. लेकिन उसका कुछ पता नहीं चल सका. इसके बाद न्यायालय के सामने मूर्ति को भी पेश नहीं किया जा सका. घटना के बाद एसपी के निर्देश पर पूरनपुर थाना अध्यक्ष आशुतोष रघुवंशी ने पूर्व में पूरनपुर थाने में हेड मोहर्रिर रहे अमरनाथ और अन्य के खिलाफ आईपीसी की धारा 409 के तहत मामला दर्ज कराया गया है. जांच जारी है.
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