मुजफ्फरनगर: लखनऊ कोर्ट में संजीव जीवा के हत्याकांड के बाद अब जिले की कोर्ट भी अलर्ट मोड़ पर है. अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश कोर्ट संख्या सात शक्ति सिंह की अदालत ने गुरुवार को विक्की त्यागी हत्याकांड की सुनवाई करते हुए विक्की त्यागी के हत्यारोपियों सागर और सौरभ मलिक की व्यक्तिगत पेशी पर रोक लगा दिया है. इसके साथ ही सिर्फ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सुनवाई की जाने का फैसला सुनाया है.
बता दें कि 16 फरवरी 2015 को मुजफ्फरनगर कोर्ट परिसर में पेशी पर आए वेस्ट यूपी डॉन विक्की त्यागी की गोलियां मारकर हत्या कर दी गई थी. इस मामले में विक्की त्यागी की मां सुप्रभा ने शामली के बहावड़ी निवासी सागर और सौरभ मलिक सहित 13 लोगों को आरोपी बनाते हुए मुकदमा दर्ज कराया गया था. इस घटना के मुकदमे की सुनवाई एडीजे सात शक्ति सिंह की कोर्ट में चल रही है. गुरुवार को विक्की त्यागी हत्याकांड की सुनवाई हुई. हत्यारोपी सागर मलिक की नैनी जेल और सौरभ मलिक की लखनऊ जेल से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कोर्ट में पेशी कराई गई थी.
गौरतलब है वादी के गवाह सुप्रभा की ओर से प्रार्थना पत्र देकर कोर्ट को अवगत कराया गया है कि डिस्क स्लिप होने के कारण वह अस्वस्थ है. जिसके चलते वह कोर्ट में गवाही नहीं दे सकती है. आज प्रार्थना पत्र पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने व्यवस्था दी कि यदि अगली तारीख पर गवाह नहीं आता तो इस मामले में दूसरे गवाह राजवीर सिंह को साक्ष्य के लिए बुलाया जाएगा. साथ ही कोर्ट ने विक्की त्यागी हत्याकांड के मुख्य आरोपी सागर और सौरभ मलिक की कोर्ट में व्यक्तिगत पेशी पर भी रोक लगा दी गई है. उसकी पेशी सिर्फ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से होगी.