मुजफ्फरनगर : जिले में टिकैत की राजधानी सिसौली में होलिका दहन के वक्त की एक अनोखी परंपरा है. इसके तहत होलिका दहन के तुरंत बाद सैकड़ों लोगों की भीड़ आमने-सामने आ जाती है और एक दूसरे पर होलिका में डालने वाली सामग्री जैसे उपले एवं दूसरी चीजों से वार करते हैं. पीढ़ियों से चली आ रही यह परंपरा सिसौली की विशेष पहचान बन गई है. मंगलवार को होलिका दहन के बाद सिसौली में ऐसा ही नजारा देखने को मिला था. यह वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है.
मुजफ्फरनगर में भारतीय किसान यूनियन की सिसौली में होलिका दहन के बाद लोग दो टोलियों में बंटने के बाद इस ऐतिहासिक परंपरा का हिस्सा बने. लोगों ने होलिका में लगाए हुए उपले उठाकर एक-दूसरे की ओर फेंक कर रस्सी निभाई. इस दौरान क्षेत्रीय पुलिस बल भी मौजूद रहता है और शांति-व्यवस्था बनाए रखने की कोशिश करता है. पुलिस बल दोनों गुटों के बीच में खड़ा हो जाता है, लेकिन थोड़ी ही देर में स्थिति ऐसी हो जाती है कि उपले पुलिसवालों की तरफ भी फेंके जाते हैं. इसके बाद पुलिस गांव से चली जाती. इसमें सिसौली के आसपास के गांव के भी लोग आ जाते हैं.
सिसौली में भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत व उनका पूरा परिवार यह सब देखने के लिए आता है. सिसौली को महेंद्र सिंह टिकैत की राजधानी कहते हैं और यहीं से चौधरी महेंद्र सिंह टिकैत ने भाकियू का गठन किया था. यूनियन का राष्ट्रीय मुख्यालय भी यही है. टिकैत परिवार के साथ साथ यहां बालियान खाप के सभी आसपास के गांव के लोग भी यह परंपरा देखने के लिए आते हैं.