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तुषार शर्मा ने रद्दी और 8000 स्टिक से तैयार किया राम मंदिर का मॉडल, गिनीज वर्ल्ड बुक में नाम दर्ज कराने का सपना

मुजफ्फरनगर के तुषार शर्मा ने एक बार फिर अपने शहर का नाम रोशन किया है. उन्होंने 8000 स्टिक से अयोध्या में नवनिर्मित राम मंदिर का मॉडल अखबार के रद्दी और फेविकोल से तैयार किया है.

इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड होल्डर तुषार शर्मा
इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड होल्डर तुषार शर्मा
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Published : Jan 3, 2023, 9:13 PM IST

मॉडल के बारे में जानकारी देते तुषार शर्मा

मुजफ्फरनगर: इंडिया बुक ऑफ रिकार्ड में अपना नाम दर्ज करा चुके तुषार शर्मा ने एक बार फिर अपने शहर और माता-पिता का नाम रोशन किया है. तुषार ने 8000 स्टिक से अयोध्या राम मंदिर का मॉडल बनाया है. इस मॉडल में उन्होंने 8000 स्टिक के अलावा अखबारों की रद्दी और फेविकोल का भी प्रयोग किया है. इसके अलावा तुषार ने केदारनाथ मंदिर, गोल्डन टेंपल, इंडिया गेट, शिवलिंग आदि के मॉडल भी तैयार किया है. मुजफ्फरनगर के इस अनोखे कलाकार से ईटीवी भारत ने खास बातचीत की.

इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड सर्टिफिकेट
इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड सर्टिफिकेट

तुषार शर्मा ने बताया कि 'उन्हें इस काम के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से प्रेरणा मिली. लॉकडाउन में पीएम मोदी ने कहा था कि अपने इस टाइम को किसी अच्छे काम में लगाएं. तब मैंने अखबारों की रद्दी से बहुत सारे मॉडल तैयार किए. मैंने लॉकडाउन में मॉडल बनाने का काम शुरू किया. सबसे पहले मैंने पेंसिल स्टैंड बनाया.'

तुषार ने बताया कि 'इन मॉडलों को बनाने के लिए वे स्टिक का प्रयोग करते हैं. तैयार किए इन मॉडलों में 1500 से 2000 तक स्टिक लगे हैं. राम मंदिर में मेरी 8000 स्टिक लगी और इसे बनाने में पूरे 4 महीने लगे. उन्होंने बताया कि मैंने राम मंदिर का पुराना छोटा मॉडल बनाकर इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज कराया था, वहां मुझे सम्मानित भी किया गया था. मैंने 8000 स्टिक लगाकर अयोध्या के राम मंदिर का नया मॉडल बनाया है, मैं अपना नाम गिनीज वर्ल्ड बुक में दर्ज करवाने जा रहा हूं, मेरे भारत का नाम पूरी दुनिया में रोशन होना चाहिए aisa में चाहता हूं.

इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड होल्डर तुषार शर्मा
इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड होल्डर तुषार शर्मा

तुषार ने बताया कि 'आप देखते होंगे वेस्ट पेपर से लोग लिफाफे बनाते हैं या उसे इधर-उधर फेंक देते हैं. मैं उन्हें बताना चाहता हूं कि अखबार की रद्दी से क्या-क्या बन सकता है. नए प्रोडक्ट का तो कोई कुछ भी बना लेगा, लेकिन वेस्ट पेपर कुछ बनाना बहुत मुश्किल होता है. मैं बच्चों को भी यही संदेश देना चाहता हूं.'

तुषार ने बताया कि वे एसडी डिग्री कॉलेज से बी.कॉम थर्ड ईयर की पढ़ाई कर रहे हैं. अगर उनके पास यह क्राफ्ट आई तो वे इस और लोगों को भी सिखाएंगे. फिलहाल वे इसे स्कूल में बच्चों को सिखाते हैं. बच्चों ने बताया कि जैसे हम लोग कोई भी ड्राइंग बनाते हैं, तो उसमें स्केच पेन की जरूरत होती है, जो कि महंगे आते हैं .इसलिए उन्होंने उन्हें वेस्ट पेपर से मॉडल बनाना सीखा रहे हैं. तुषार ने बताया कि उन्हें ये काम करते हुए 3 साल हो गए हैं. अब वे दिल्ली के पार्लियामेंट के मॉडल पर काम करेंगे. इसके अलावा मथुरा का प्रेम मंदिर और सोमनाथ का मंदिर का भी मॉडल तैयार करेंगे.'

यह भी पढ़ें: गायों के लिए वरदान बनी मुजफ्फरनगर की बेटी, ऐसी करती है सेवा

मॉडल के बारे में जानकारी देते तुषार शर्मा

मुजफ्फरनगर: इंडिया बुक ऑफ रिकार्ड में अपना नाम दर्ज करा चुके तुषार शर्मा ने एक बार फिर अपने शहर और माता-पिता का नाम रोशन किया है. तुषार ने 8000 स्टिक से अयोध्या राम मंदिर का मॉडल बनाया है. इस मॉडल में उन्होंने 8000 स्टिक के अलावा अखबारों की रद्दी और फेविकोल का भी प्रयोग किया है. इसके अलावा तुषार ने केदारनाथ मंदिर, गोल्डन टेंपल, इंडिया गेट, शिवलिंग आदि के मॉडल भी तैयार किया है. मुजफ्फरनगर के इस अनोखे कलाकार से ईटीवी भारत ने खास बातचीत की.

इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड सर्टिफिकेट
इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड सर्टिफिकेट

तुषार शर्मा ने बताया कि 'उन्हें इस काम के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से प्रेरणा मिली. लॉकडाउन में पीएम मोदी ने कहा था कि अपने इस टाइम को किसी अच्छे काम में लगाएं. तब मैंने अखबारों की रद्दी से बहुत सारे मॉडल तैयार किए. मैंने लॉकडाउन में मॉडल बनाने का काम शुरू किया. सबसे पहले मैंने पेंसिल स्टैंड बनाया.'

तुषार ने बताया कि 'इन मॉडलों को बनाने के लिए वे स्टिक का प्रयोग करते हैं. तैयार किए इन मॉडलों में 1500 से 2000 तक स्टिक लगे हैं. राम मंदिर में मेरी 8000 स्टिक लगी और इसे बनाने में पूरे 4 महीने लगे. उन्होंने बताया कि मैंने राम मंदिर का पुराना छोटा मॉडल बनाकर इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज कराया था, वहां मुझे सम्मानित भी किया गया था. मैंने 8000 स्टिक लगाकर अयोध्या के राम मंदिर का नया मॉडल बनाया है, मैं अपना नाम गिनीज वर्ल्ड बुक में दर्ज करवाने जा रहा हूं, मेरे भारत का नाम पूरी दुनिया में रोशन होना चाहिए aisa में चाहता हूं.

इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड होल्डर तुषार शर्मा
इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड होल्डर तुषार शर्मा

तुषार ने बताया कि 'आप देखते होंगे वेस्ट पेपर से लोग लिफाफे बनाते हैं या उसे इधर-उधर फेंक देते हैं. मैं उन्हें बताना चाहता हूं कि अखबार की रद्दी से क्या-क्या बन सकता है. नए प्रोडक्ट का तो कोई कुछ भी बना लेगा, लेकिन वेस्ट पेपर कुछ बनाना बहुत मुश्किल होता है. मैं बच्चों को भी यही संदेश देना चाहता हूं.'

तुषार ने बताया कि वे एसडी डिग्री कॉलेज से बी.कॉम थर्ड ईयर की पढ़ाई कर रहे हैं. अगर उनके पास यह क्राफ्ट आई तो वे इस और लोगों को भी सिखाएंगे. फिलहाल वे इसे स्कूल में बच्चों को सिखाते हैं. बच्चों ने बताया कि जैसे हम लोग कोई भी ड्राइंग बनाते हैं, तो उसमें स्केच पेन की जरूरत होती है, जो कि महंगे आते हैं .इसलिए उन्होंने उन्हें वेस्ट पेपर से मॉडल बनाना सीखा रहे हैं. तुषार ने बताया कि उन्हें ये काम करते हुए 3 साल हो गए हैं. अब वे दिल्ली के पार्लियामेंट के मॉडल पर काम करेंगे. इसके अलावा मथुरा का प्रेम मंदिर और सोमनाथ का मंदिर का भी मॉडल तैयार करेंगे.'

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