मुजफ्फरनगर: कौशल विकास मिशन क्षेत्रीय सेवायोजन कार्यालय एवं राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान के संयुक्त तत्वावधान में वृहद रोजगार मेला आयोजित किया गया. इसमें जिला प्रशासन के लक्ष्य के अनुसार 7 हजार बेरोजगार युवकों को रोजगार उपलब्ध कराया जाना था. इस मेले में बेरोजगारों को रोजगार मुहैया कराने के लिए जनपद के अलावा बाहरी कंपनियों ने भी नियुक्तियां निकाली थीं. निजी कॉलेज के मैदान में आयोजित इस मेले में पहुंचे हजारों बेरोजगारों ने सोशल डिस्टेंस की जमकर धज्जियां उड़ाई. पुलिस ने भीड़ को नियंत्रित कर सोशल डिस्टेंस का पालन कराया.
नहीं किया प्रोटोकॉल का पालन
मुजफ्फरनगर में जिला प्रशासन की लापरवाही उजागर हुई. एक निजी कॉलेज के मैदान में बेरोजगार युवकों को रोजगार दिलाने के लिए वृहद रोजगार मेले का आयोजन किया गया. इसमें जनपद मुजफ्फरनगर के अलावा बाहरी जनपदों से आई 40 कंपनियों को रोजगार देना था. जनपद के लगभग 7 हजार बेरोजगार युवकों को रोजगार दिलाने के लिए जिला सेवा योजना विभाग में युवकों और युवतियों ने रजिस्ट्रेशन भी कराए थे.
पंजीकरण काउंटर बनाए गए
बेरोजगार मेले में जिला प्रशासन ने चार पंजीकरण काउंटर बनाए थे. इनमें आवेदन कर्ताओं के मूल शैक्षिक प्रमाण पत्रों का सत्यापन करते हुए साक्षात्कार के लिए कक्ष संख्या की रसीद दी जा रही थी. कमरे में साक्षात्कार होना था. हद तब हो गई जब इन चार पंजीकरण काउंटर पर हजारों की संख्या में पहुंचे युवकों ने सोशल डिस्टेंस की धज्जियां उड़ा दीं.
प्रशासन ने भी नहीं रोकी भीड़
जिला प्रशासन ने भी मेले में उमड़ी इस भीड़ को नियंत्रित करने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए. मेले में मुजफ्फरनगर की औद्योगिक इकाइयों के काउंटर भी थे. ब्रांडेड इंटरनेशनल व्यापार प्रेरक डॉक्टर विवेक बिंद्रा के बिजनेस प्लेटफार्म के लगाए गए काउंटर पर व्यापार परामर्शकर्ताओं ने रोजगार के संबंध में काउंसलिंग की.