मुजफ्फरनगर: नागरिकता संसोधन कानून को लेकर हुई हिंसक घटना में मारे गए नूरा के परिजनों को समाजवादी पार्टी की ओर से पांच लाख रुपये का ड्राफ्ट दिया गया. इससे पहले एक लाख रुपये स्थानीय सपा नेताओं ने नूरा के परिजनों को दिए थे.
नागरिकता संशोधन कानून को लेकर बीती 20 दिसंबर को हुए हिंसक प्रदर्शन के दौरान गोली लगने से मुजफ्फरनगर निवासी नूरा की इलाज के दौरान मौत हो गई थी. शनिवार को समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की ओर से नूरा के परिजनों को पांच लाख का ड्राफ्ट दिया गया. यह ड्राफ्ट नूरा की विधवा पत्नी के नाम दिया गया है.
मुजफ्फरनगर जिला समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष प्रमोद त्यागी ने यह ड्राफ्ट नूरा के परिजनों को सौंपा. इस दौरान समाजवादी पार्टी के अन्य कार्यकर्ता भी मौजूद रहे. जिलाध्यक्ष प्रमोद त्यागी ने इस दौरान कहा कि 20 दिसंबर को हुई हिंसक घटना में शामिल लोग चाहे किसी जाति और धर्म के हो उन्हें सजा मिलनी चाहिए. लेकिन कोई भी निर्दोष जेल नहीं जाना चाहिए.
नूरा के परिजनों ने समाजवादी पार्टी का आभार जताया. परिजनों का कहना है कि नूरा की उम्र लगभग 26 वर्ष थी, वह फेरी लगाकर कपड़े बेचता था. घटना के दिन 20 दिसंबर को नूरा जुमे की नमाज के बाद अपने काम से जानसठ बस स्टैंड जा रहा था, इसी दौरान उसे भीड़ में गोली लग गई. इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई.
ये भी पढ़ें- मुजफ्फरनगर में हुई कुत्ते की तेरहवीं, 1100 लोगों ने किया भोज
परिजनों ने कहा कि पुलिस प्रशासन ने उसके शव को मुजफ्फरनगर भी नहीं लाने दिया. अधिकारियों ने कहा था कि यदि कुछ हुआ तो उसके जिम्मेदार तुम होंगे, जिसके बाद दौराला में नूरा के शव को दफनाया गया.
नूरा के परिजनों को एक लाख रुपये की आर्थिक सहायता स्थानीय स्तर पर समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने किया था. अब पांच लाख का ड्राफ्ट पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव की ओर से नूरा के परिजनों को दिया गया है.
-प्रमोद त्यागी, जिलाध्यक्ष, समाजवादी पार्टी