मुजफ्फरनगरः जिले में कोरोना संक्रमण लगातार भयानक होता जा रहा है. शनिवार को जिले में कोरोना एक्टिव केस 4000 से भी ज्यादा हो चुके हैं. इसके साथ ही जिले के कोविड-19 अस्पताल बेगराजपुर में कोरोना मरीजों को चिकित्सीय सुविधा देने को लेकर लगातार शिकायतें आ रही हैं. शनिवार को एक गर्भवती महिला की कोविड-19 अस्पताल में मौत हो जाने के मामले के बाद जिला प्रशासन में हड़कंप की स्थिति बनी हुई है. गांव पलडी निवासी सचिन सैनी ने शनिवार को मुजफ्फरनगर मेडिकल कॉलेज बेगराजपुर से एक वीडियो वायरल करते हुए आरोप लगाया था कि उसकी 6 माह की गर्भवती पत्नी अंजली सैनी की कोविड-19 रिपोर्ट निगेटिव होने के बावजूद उसको कोविड-19 वार्ड में भर्ती किया गया. जहां उसकी मौत हो गई.
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एडीएम अमित कुमार जिलाधिकारी को देंगे रिपोर्ट
सचिन सैनी ने अस्पताल के चिकित्सकों पर लापरवाही के आरोप लगाए थे. वीडियो वायरल होने के बाद जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया. वहीं सैकड़ों लोगों ने इस वीडियो को देखा तो मुजफ्फरनगर में कोरोना संक्रमित मरीजों के उपचार की व्यवस्था को लेकर सवाल उठने लगे. प्रशासन का दबाव बना तो मुजफ्फरनगर मेडिकल कॉलेज बेगराजपुर के प्रिंसिपल और अन्य चिकित्सकों में अंजलि सैनी की मौत को लेकर बयान जारी किया. सभी आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया. इस मामले के बाद जिलाधिकारी के निर्देश पर अपर जिलाधिकारी प्रशासन अमित सिंह ने आधी रात मुजफ्फरनगर मेडिकल कॉलेज बेगराजपुर पहुंचकर वहां बनाए गए कोविड-19 में भर्ती मरीजों की चिकित्सीय व्यवस्था को परखा. उन्होंने रात में कोविड-19 वार्ड में चिकित्सकों की विजिट और मरीजों की देखभाल का जायजा लिया. कोविड-19 वार्ड में सीसीटीवी फुटेज के सहारे निगरानी भी की. अपर जिलाधिकारी प्रशासन अपनी रिपोर्ट डीएम को प्रस्तुत करेंगे.