मुजफ्फरनगरः जिले की पुलिस ने वाहन चुराने वाले गैंग के तीन सदस्यों को चोरी की आठ बाइकों के साथ दबोचा है. इस गैंग का एक सदस्य पेशे से डॉक्टर है. पुलिस के मुताबिक नशे की लत की वजह से वह वाहन चोर बन गया. पकड़े गए तीनों आरोपियों के नाम अहमद, शहजाद, अफजल हैं. पुलिस ने तीनों को जेल भेज दिया है.
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर जिले में चलाए गए वाहन चेकिंग अभियान के दौरान तीन बाइकों पर तीन संदिग्ध व्यक्ति मिले. पुलिस ने उन्हें रोकना चाहा तो वे भागने लगे. पुलिस ने तीनों को दबोच लिया. जब पुलिस ने उनके वाहनों के नंबरों की जांच की तो पता चला कि नंबर फर्जी हैं. इस पर तीनों से कड़ी पूछताछ की गई. तीनों आरोपियों ने बताया कि वह दूर-दराज के गांवों में चोरी के वाहन पांच हजार से सात हजार रुपये में बेच देते थे.
यह भी बताया कि नंबर प्लेट बदलकर वे वाहन चुराते थे. पकड़े गए तीनों आरोपियों में अहमद पुत्र जमील निवासी देवबंद जिला सहारनपुर ने खुद को फिजियोथेरेपी का डिप्लोमा धारी डॉक्टर बताया. उसने पुलिस को बताया कि नशे की लत की वजह से वह वाहन चुरा रहा है. उसे रोज दो हजार रुपये खर्च के लिए चाहिए. इस वजह से उसने डॉक्टरी का पेशा छोड़कर नशे की लत अपना ली. इस गैंग के तीन सदस्य फरार बताए जा रहे हैं. पुलिस ने तीनों को जेल भेज दिया है. पुलिस ने इनके पास से 312 बोर के दो तमंचे, तीन कारतूस, एक चाकू और आठ मोटरसाइकिलें बरामद की हैं.
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