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Muzaffarnagar news :110 क्विंटल थाई मांगुर मछली बरामद, प्रशासन ने गड्ढे में दबवाया

जिले में प्रतिबंध के बावजूद थाई मांगुर मछलियाें का पालन किया जा रहा है. ऐसी ही एक शिकायत पर प्रशासनिक टीम गांव मिमलाना में पहुंची. यहां तालाब से काफी मात्रा में मछलियां बरामद की गईं.

मुजफ्फरनगर
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Published : Jan 24, 2023, 4:30 PM IST

मुजफ्फरनगर : जिले में प्रतिबंध के बावजूद थाई मांगुर मछलियाें का पालन किया जा रहा है. ऐसी ही एक शिकायत पर प्रशासनिक टीम गांव मिमलाना में पहुंची. यहां तालाब के किनारे ट्रक से 80 क्विंटल प्रतिबंधित मछली बरामद की गई. किनारे पर 30 क्विंटल मछली और मिली. कुल 110 क्विंटल मछली काे गड्ढा खुदवा कर उसमें दबवा दिया गया. माैके पर मिली मांस काटने की मशीन को भी सीज किया गया है.

एसडीएम सदर परमानंद झा ने बताया कि शिकायत मिली थी कि मिमलाना के तालाब में प्रतिबंधित मछली का पालन हो रहा है. यह तालाब राजकुमार और मनोज के नाम से आवंटित है. इसमें महताब की ओर से मछली पालन किया जा रहा था. इस जानकारी के बाद एसडीएम राजस्व विभाग की टीम के अलावा पुलिस और मत्स्य अधिकारी आनंद कुमार के साथ मौके पर पहुंच गए.

टीम काे देखते ही लाेग भाग खड़े हुए. यहां से तालाब के किनारे ट्रक में 80 क्विंटल प्रतिबंधित मछली मिली. इसके अलावा मौके पर मांस काटने की मशीन भी पाई गई. एसडीएम सदर ने बताया कि तालाब के किनारे ही 30 क्विंटल मछली और मिली. कुल 110 क्विंटल प्रतिबंधित मछली को मिट्टी में दबवाकर इसका निस्तारण कराया गया. मत्स्य अधिकारी आनंद कुमार की ओर से प्रतिबंधित मछली का पालन करने वाले महताब आदि पर मुकदमा दर्ज कराया गया है.

बता दें कि सरकार द्वारा वर्ष 2000 में थाई मांगुर मछली के पालन और बिक्री पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा दिया गया है. मांगुर मछली मांसाहारी होती है. इससे दूसरी मछलियों को नुकसान पहुंचता है. इस मछली के खाने से कई घातक बीमारियों के साथ ही कैंसर हाेने की भी संभावना बनी रहती है.

यह भी पढ़ें : बिहार की महिला के साथ नोएडा में दुष्कर्म, बाप-बेटे सहित चार के खिलाफ मुकदमा दर्ज

मुजफ्फरनगर : जिले में प्रतिबंध के बावजूद थाई मांगुर मछलियाें का पालन किया जा रहा है. ऐसी ही एक शिकायत पर प्रशासनिक टीम गांव मिमलाना में पहुंची. यहां तालाब के किनारे ट्रक से 80 क्विंटल प्रतिबंधित मछली बरामद की गई. किनारे पर 30 क्विंटल मछली और मिली. कुल 110 क्विंटल मछली काे गड्ढा खुदवा कर उसमें दबवा दिया गया. माैके पर मिली मांस काटने की मशीन को भी सीज किया गया है.

एसडीएम सदर परमानंद झा ने बताया कि शिकायत मिली थी कि मिमलाना के तालाब में प्रतिबंधित मछली का पालन हो रहा है. यह तालाब राजकुमार और मनोज के नाम से आवंटित है. इसमें महताब की ओर से मछली पालन किया जा रहा था. इस जानकारी के बाद एसडीएम राजस्व विभाग की टीम के अलावा पुलिस और मत्स्य अधिकारी आनंद कुमार के साथ मौके पर पहुंच गए.

टीम काे देखते ही लाेग भाग खड़े हुए. यहां से तालाब के किनारे ट्रक में 80 क्विंटल प्रतिबंधित मछली मिली. इसके अलावा मौके पर मांस काटने की मशीन भी पाई गई. एसडीएम सदर ने बताया कि तालाब के किनारे ही 30 क्विंटल मछली और मिली. कुल 110 क्विंटल प्रतिबंधित मछली को मिट्टी में दबवाकर इसका निस्तारण कराया गया. मत्स्य अधिकारी आनंद कुमार की ओर से प्रतिबंधित मछली का पालन करने वाले महताब आदि पर मुकदमा दर्ज कराया गया है.

बता दें कि सरकार द्वारा वर्ष 2000 में थाई मांगुर मछली के पालन और बिक्री पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा दिया गया है. मांगुर मछली मांसाहारी होती है. इससे दूसरी मछलियों को नुकसान पहुंचता है. इस मछली के खाने से कई घातक बीमारियों के साथ ही कैंसर हाेने की भी संभावना बनी रहती है.

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