मुजफ्फरनगर: जिले के बुढाना तहसील क्षेत्र के कसेरवा गांव में हिंदू-मुस्लिम भाईचारे की मिसाल देखने को मिली. यहां पर एक 60 वर्षीय ब्राह्मण बृजभूषण की हृदय गति रुकने से मौत हो गई थी. ब्राह्मण परिवार 25 हजार की मुस्लिम आबादी के बीच में रहता था. कोविड-19 महामारी के दौरान ब्राह्मण की मौत के बाद उसके रिश्तेदार नहीं आ पाए थे, जिसके चलते गांव के मुस्लिम समाज के लोगों ने हिंदू रीति-रिवाज के साथ अर्थी को कंधा देकर उनका अंतिम संस्कार किया.
बता दें कि ये अकेला ब्राह्मण परिवार कसेरवा गांव में रहता है. मृतक ब्राह्मण बृजभूषण गांव में ही मुस्लिम मौलाना आजाद जूनियर स्कूल में कई सालों तक अध्यापक भी रहे हैं. वह गांव में अपनी जमीन पर खेती भी करते थे. मुजफ्फरनगर में 2013 के दंगों के बाद सांप्रदायिक हिंदू-मुस्लिम तनाव बढ़ गया था, लेकिन कसेरवा गांव में ब्राह्मण बृजभूषण के अंतिम संस्कार के दौरान हिंदू-मुस्लिम के बीच खाई जरा सी भी नजर नहीं आई.